इस आत्मकथ्य में लेखिका के पिता ने रसोई को ‘भटियारखाना’ कहकर क्यों संबोधित किया है ?
इस आत्मकथ्य में लेखिका के पिता ने रसोई को ‘भटियारखाना’ कहकर क्यों संबोधित किया है ?
प्रश्न. इस आत्मकथ्य में लेखिका के पिता ने रसोई को ‘भटियारखाना’ कहकर क्यों संबोधित किया है ?
उत्तर- लेखिका के पिता रसोई को ‘भटियारखाना’ कहते थे। उनके अनुसार रसोई वह भट्टी है, जिसमें औरतों की क्षमता और प्रतिभा झोंक दी जाती है।
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