दो उदाहरण देकर उपभोक्ता जागरूकता की जरूरत का वर्णन करें।
दो उदाहरण देकर उपभोक्ता जागरूकता की जरूरत का वर्णन करें।
उत्तर: उपभोक्ता जागरूकता की जरूरत निम्न उदाहरणों द्वारा स्पष्ट हो सकती है:
1. उपभोक्ता द्वारा रसोई में रोजाना काम आने वाले मसालों की खरीददारी बाजार से की जाती है। मुकेश द्वारा बाजार से मसाले खरीदे गये उनमें मिलावट पायी गयी। मुकेश ने उपभोक्ता अदालत में इसकी शिकायत की। उपभोक्ता अदालत ने दुकानदार को दोषी ठहराकर हर्जाना देने का आदेश दिया।
2. लोकेश ने बाजार से प्रसिद्ध पेय पदार्थ कम्पनी की एक शीतल पेय की बोतल खरीदी। उस बोतल में उसे कुछ गंदगी दिखाई दी। लोकेश ने सम्बन्धित दुकानदार को दिखाया तो उसने बोतल को वापस करने से मना कर दिया। लोकेश के पास शीतल पेय बोतल क्रय का कैशमीमो उपलब्ध था। उसने जिला उपभोक्ता मंच में शिकायत की। मंच द्वारा दुकानदार व सम्बन्धित कम्पनी को दोषी माना और जुर्माना लगाकर उस राशि को 1 महीने के भीतर लोकेश को देने का आदेश दिया।
उपर्युक्त उदाहरणों की भाँति अनेक ऐसे उदाहरण हैं जिनमें उत्पादक एवं विक्रेताओं द्वारा उपभोक्ताओं का शोषण किया जा रहा है। इसका मुख्य कारण उपभोक्ता की अशिक्षा एवं अज्ञानता है। आज भी अनेक उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों का ज्ञान नहीं है न ही इससे सम्बन्धित कानूनों की जानकारी है। फलस्वरूप वे शोषण का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को जागरूक बनाना अत्यंत आवश्यक है। जब तक उपभोक्ता स्वयं जागरूक नहीं बनेंगे उन्हें शोषण से नहीं बचाया जा सकता है।
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