भारत में उपभोक्ता आन्दोलन की शुरुआत किन कारणों से हुई? इसके विकास के बारे में पता लगाएं।

भारत में उपभोक्ता आन्दोलन की शुरुआत किन कारणों से हुई? इसके विकास के बारे में पता लगाएं।

                                                  अथवा
भारत में उपभोक्ता आन्दोलन क्यों प्रारम्भ हुआ? इस आन्दोलन का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारत में उपभोक्ता आन्दोलन की शुरुआत निम्नलिखित कारणों से हुई

1. उपभोक्ताओं का असन्तोष,

2. बाजार में उपभोक्ताओं को शोषण से बचाने के लिए किसी कानून का न होना,

3. अत्यधिक खाद्य पदार्थों की कमी,

4. जमाखोरी,

5. कालाबाजारी,

6. खाद्य पदार्थों एवं खाद्य तेलों में मिलावट।

इन सब कारणों की वजह से सन् 1960 के दशक में व्यवस्थित रूप से उपभोक्ता आन्दोलन की शुरुआत हुई। 1970 के दशक तक उपभोक्ता संस्थाएँ व्यापक स्तर पर उपभोक्ता अधिकार से सम्बन्धित आलेखों के लेखन एवं प्रदर्शनों के आयोजन का कार्य करने लगी थीं। उन्होंने सड़क यात्री परिवहन से अत्यधिक भीड़भाड़ एवं राशन की दुकानों में होने वाले अनुचित कार्यों पर ध्यान रखने के लिए उपभोक्ता दलों का गठन किया।

हाल ही में भारत में उपभोक्ता दलों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि देखी गयी है। 24 दिसम्बर, 1986 में भारत सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया। इस वर्ष उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 पारित किया गया जो COPRA के नाम से प्रसिद्ध है।

हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *