वैश्वीकरण से मिले लाभों में श्रमिकों को न्यायसंगत हिस्सा मिल सके, इसके लिए.प्रत्येक निम्नलिखित वर्ग क्या कर सकते हैं?

वैश्वीकरण से मिले लाभों में श्रमिकों को न्यायसंगत हिस्सा मिल सके, इसके लिए.प्रत्येक निम्नलिखित वर्ग क्या कर सकते हैं?

(क) सरकार,
(ख) निर्यातक फैक्ट्रियों के नियोक्ता,
(ग) बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ,
(घ) श्रमिको
उत्तर: वैश्वीकरण से मिले लाभों में श्रमिकों को न्यायसंगत हिस्सा मिल सके, इसके लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं
(क) सरकार:- सरकार श्रमिकों के पक्ष में कुछ श्रम कानून; जैसे-वर्षभर स्थायी नियुक्ति, नियमित मजदूरी व कार्य के घण्टे आदि बना सकती है तथा उन्हें लागू करने के लिए उत्पादकों को मजबूर भी कर सकती है। इस तरह सरकार श्रमिकों को संरक्षण प्रदान कर सकती है।

(ख) निर्यातक फैक्ट्रियों के नियोक्ता:- निर्यातक फैक्ट्रियों के नियोक्ता को अपने श्रमिकों को उचित मजदूरी, रोजगार सुरक्षा, काम के घण्टों का निर्धारण, अतिरिक्त समय काम करने का भत्ता, स्वास्थ्य बीमा व भविष्य निधि आदि सुविधाएँ उपलब्ध करानी चाहिए।

(ग) बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ:- बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को उन्हीं निर्यातकों को वस्तुओं की आपूर्ति का उत्पादन आदेश देना चाहिए जो श्रम कानूनों का कठोरतापूर्वक पालन करते हैं। इसके अतिरिक्त बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ अपने श्रमिकों को पर्याप्त सुविधाएँ दें तथा उत्पादन इकाइयों के प्रति उदार रुख अपनायें।

(घ) श्रमिक:- श्रमिकों को अपनी नियोक्ता कम्पनी के हित में काम करना चाहिए, बार-बार हड़ताल नहीं करें, हिंसा व संघर्ष का रास्ता छोड़ें, अपने निजी स्वार्थ का त्याग करें, अपने दायित्वों के प्रति जवाबदेह बनें। इसके अतिरिक्त उन्हें श्रमिक संघों की स्थापना करनी चाहिए एवं उनके माध्यम से निर्यातकों से लाभ में से अपना उचित हिस्सा प्राप्त करने के लिए दबाव बनाना चाहिए।

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