अपने दिन-प्रतिदिन के अनुभव के आधार पर जल संरक्षण के लिए एक संक्षिप्त प्रस्ताव लिखें।
अपने दिन-प्रतिदिन के अनुभव के आधार पर जल संरक्षण के लिए एक संक्षिप्त प्रस्ताव लिखें।
उत्तर: मेरे अनुभव के आधार पर जल संरक्षण के लिए एक संक्षिप्त प्रस्ताव निम्न प्रकार से है:
1. जल संरक्षण के प्रति जागरूक लोगों के एक समूह का निर्माण करें।
2. इस समूह में अपने पड़ौसियों, मित्रों, परिवारीजनों एवं रिश्तेदारों को सम्मिलित किया जाना चाहिए।
3. जल संरक्षण का समाज में पर्चे बाँटकर अथवा बुलेटिन बोर्ड में नोटिस लगाकर प्रचार-प्रसार करें।
4. दाँत साफ करते समय नल खुला रखने की अपेक्षा मग का उपयोग किया जाना चाहिए।
5. स्नान करने में शॉवर अथवा ब्राथटब का उपयोग करने की अपेक्षा बाल्टी व मग का प्रयोग करना चाहिए।
6. हाथ साफ करते समय नल को लगातार खुला न रखें।
7. मग में पानी लेकर शेव बनानी चाहिए।
8. शौचालय में प्रतिदिन फ्लश का प्रयोग करने की अपेक्षा बाल्टी को काम लिया में जाना चाहिए।
9. वाहन को पाइप की अपेक्षा बाल्टी में पानी लेकर धोना चाहिए तथा वाहन को प्रतिदिन नहीं धोना चाहिए।
10. पानी पीते समय गिलास को झूठा न करें बल्कि ऊपर से पानी पियें जिससे बार-बार धोने में लगने वाला पानी बचेगा।
11. बर्तनों को साफ करते समय लगातार नल न चलायें। बल्कि पानी से भरे बड़े बर्तन (बेसिन) में बर्तनों को साफ किया जाना चाहिए।
12. घर के बगीचे में कम पानी की जरूरत वाले पौधे लगाये जाने चाहिए।
13. रसोईघर व स्नानागार से निकलने वाले पानी को पुनः बगीचे में काम में लिया जाना चाहिए।
14. घास को पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है। अत: लॉन संस्कृति को नहीं अपनाना चाहिए।
15. सब्जियों को सीधे नल के नीचे साफ करने की अपेक्षा किसी बर्तन में साफ किया जाना चाहिए।
16. वर्षा के समय छत पर एकत्रित पानी को टैंक में एकत्रित किया जाना चाहिए अथवा इसे भूमि पर उतारना चाहिए।
17. उपयोग में लेने के पश्चात् नल को अच्छी तरह बन्द किया जाना चाहिए। नल से पानी का रिसाव होने पर नल को तुरन्त ठीक कराना चाहिए।
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