कल्पना कीजिए कि आपको ब्रिटेन तथा कपास के इतिहास के बारे में विश्वकोश (Encyclopaedia) के लिए लेख लिखने को कहा गया। इस अध्याय में दी गई जानकारियों के आधार पर अपना लेख लिखिए।
कल्पना कीजिए कि आपको ब्रिटेन तथा कपास के इतिहास के बारे में विश्वकोश (Encyclopaedia) के लिए लेख लिखने को कहा गया। इस अध्याय में दी गई जानकारियों के आधार पर अपना लेख लिखिए।
उत्तर:
ब्रिटेन का इतिहास:
1. ब्रिटेन में 1730 ई. के दशक में कारखाने खुले लेकिन इनकी संख्या में तीव्र गति से वृद्धि 18वीं शताब्दी के अन्तिम चरण में हुई।
2. कपास नये युग का प्रथम प्रतीक था। 19वीं शताब्दी के अन्त में उत्पादन में बहुत अधिक वृद्धि हुई।
3. सन् 1760 ई. में ब्रिटेन अपने कपास उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 25 लाख पौंड कच्चे कपास का आयात करता था। 1787 ई. में यह आयात बढ़कर 220 लाख पौंड तक पहुँच गया।
4. 18वीं शताब्दी में ब्रिटेन में कई आविष्कार हुए जिन्होंने उत्पादन प्रक्रिया कार्डिंग, ऐंठना, कताई व लपेटने के प्रत्येक चरण की कुशलता में वृद्धि कर दी। पहले से ज्यादा मजबूत धागों व रेशों का उत्पादन होने लगा।
5. रिचर्ड आर्कराइट ने सूती कपड़ा मिल की रूपरेखा तैयार की।
6. 1840ई. के दशक तक औद्योगीकरण के प्रथम चरण में सूती उद्योग एवं कपास उद्योग ब्रिटेन का सबसे बड़ा उद्योग बन चुका था।
7. ब्रिटेन के लंकाशायर में एक कॉटन मिल की स्थापना की गयी।
8. 1830 ई. में एक कताई कारखाने की स्थापना की गयी जिसमें भाप की सहायता से चलने वाले विशाल पहिये एक साथ सैकड़ों तकलियों को घुमाने लगते थे।
9. जेम्स हरग्रीव्ज ने कताई की प्रक्रिया को तेज करने वाली एक मशीन ‘स्पिनिंग जेनी’ का निर्माण किया।
10. ब्रिटेन ने समस्त प्रकार के सूती कपड़े पर अपना पूर्ण नियन्त्रण स्थापित कर लिया।
11. ब्रिटेन ने मैनचेस्टर निर्मित सूती कपड़े को बेचने के लिए अपने समस्त उपनिवेशों में बाजार बना लिये थे। मशीनों द्वारा निर्मित ये कपड़े हाथ से बने कपड़ों से सस्ते पड़ते थे।
12. यूरोप में बारीक भारतीय कपड़ों की माँग थी। ईस्ट इण्डिया कम्पनी भारतीय बुनकरों को कर्ज देती थी और गुमाश्तों से उनकी निगरानी करवाती थी जिससे कि ब्रिटेन से मोटे और बारीक कपड़े की नियमित आपूर्ति मिलती रहे। इस कपास के व्यापार एवं सूती वस्त्र उद्योग पर कई शताब्दियों तक ब्रिटेन का आधिपत्य बना रहा।
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