भारत की भाषा नीति पर नीचे तीन प्रतिक्रियाएँ दी गई हैं। इनमें से आप जिसे ठीक समझते हैं उसके पक्ष में तर्क और उदाहरण दें।
भारत की भाषा नीति पर नीचे तीन प्रतिक्रियाएँ दी गई हैं। इनमें से आप जिसे ठीक समझते हैं उसके पक्ष में तर्क और उदाहरण दें।
संगीता: प्रमुख भाषाओं को समाहित करने की नीति ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है।
अरमान: भाषा के आधार पर राज्यों के गठन ने हमें बाँट दिया है। हम इसी कारण अपनी भाषा के प्रति सचेत हो गए हैं।
रीश: इस नीति ने अन्य भाषाओं के ऊपर अंग्रेजी के प्रभुत्व को मजबूत करने का काम किया है।
उत्तर: मुझे संगीता की प्रतिक्रिया ठीक लगती है, क्योंकि यह सच है कि सामंजस्य की नीति ने हमारी राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है। प्रारम्भ में हिन्दी को आधिकारिक भाषा बनाया गया और अंग्रेजी का प्रयोग आधिकारिक रूप से बन्द कर दिया गया। इस पर तमिलनाडु में लोगों ने आन्दोलन करना प्रारम्भ कर दिया।
हमारे देश में 121 प्रमुख भाषाएँ हैं, हमको इन सभी भाषाओं का आदर करना चाहिए, जिससे ये देश की उन्नति में मदद कर सकें और विकसित हो सकें। हमारे समक्ष श्रीलंका का उदाहरण है, जहाँ भाषायी विवाद ने देश को गृहयुद्ध के कगार पर ला खड़ा किया था।
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here