मुझे सिर्फ अपनी बोर्ड-परीक्षा की चिन्ता है पर लोकतन्त्र को इतनी सारी परीक्षाओं से गुज़रना होता है और परीक्षा लेने वाले भी करोड़ों होते हैं।
मुझे सिर्फ अपनी बोर्ड-परीक्षा की चिन्ता है पर लोकतन्त्र को इतनी सारी परीक्षाओं से गुज़रना होता है और परीक्षा लेने वाले भी करोड़ों होते हैं।
उत्तर: लोकतन्त्र को देश में मौजूद अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लोकतान्त्रिक सरकार की जाँच-परख और परीक्षा कभी खत्म नहीं होती। वह एक जाँच पर खरा उतरे तो अगली जाँच सामने आ जाती है। लोगों को जब लोकतन्त्र से थोड़ा लाभ मिल जाता है तो वे और लाभों की मांग करने लगते हैं। वे लोकतन्त्र से और अच्छा काम चाहने लगते हैं।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here