सम्प्रेषण/संचार―2
सम्प्रेषण/संचार―2
सम्प्रेषण/संचार―2
◆ नए मीडिया ने जिस प्रकार की संचार सुविधा प्रदान की है, उसे कहते हैं
― बातचीत
◆ इंडोनेशिया की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी है
― अंतरा
◆ द्वितीय भारतीय प्रेस आयोग ने किसे स्थापित करने की सिफारिश की है ?
― समाचार पत्र विकास निगम
◆ पार वैयक्तिक संप्रेषण है
― आत्मा और पूर्वजों से बातचीत करना
◆ जनसंचार में वैज्ञानिक अनुसंधान में किसके प्रदर्शन की माँग की जाती है ?
― सहपरिवर्तनशीलता
◆ विशिष्ट समय के दौरान विशिष्ट लक्ष्य श्रोता के साथ विशिष्ट संप्रेषण कार्य को कहते हैं
― विज्ञापन उद्देश्य
◆ संप्रेषण के वैश्विक मॉडल में कितने घटक होते हैं ?
― पाँच घटक
◆ जब एक ही पाठ से मीडिया ग्राही अलग-अलग अर्थ ग्रहण करते हैं, तब उस संदेश को
क्या समझा जाता है ?
― अनेकार्थी
◆ कॉपीराइट से सम्बन्धित प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया ?
― बेरने
◆ प्रशासनिक और आलोचनात्मक संप्रेषण अनुसंधान में अन्तर को सबसे पहले किसने
स्पष्ट किया है ?
― पॉल लैजर्सफील्ड
◆ सरल निम्नस्तरीय तथा ज्ञानात्मक स्तर के विषय का सम्प्रेषण करने के लिए किस प्रकार
की सम्प्रेषण नीति की आवश्यकता होती है ?
― सतत् रागात्मक
◆ किसी कक्षा में शिक्षण के दौरान विचार सम्प्रेषण को उद्देश्यपूर्ण बनाने हेतु अध्यापक को
चाहिए कि वह
― छात्रों को भी सम्प्रेषण में सहभागी बनाए
◆ सम्प्रेषण संजालों में किस समूह का प्रत्येक सदस्य केवल अपने से निकटतम सदस्य से
ही सम्प्रेषण कर सकता है ?
― श्रृंखला संजाल
◆ जब व्यक्ति यह अनुभव करते हैं कि उनके व्यवहार को प्रतिबंधित किया जा सकता है, तो
वे एक प्रकार से प्रतिक्रिया करते हैं जिसे कहा जा सकता है
― मनोवैज्ञानिक प्रतिघात
◆ भाषण का जो रूप अध्यापन/कक्षा में व्यवहृत होता है, उसे कहा जाता है
― व्याख्यान
◆ एक खास तरह की विधा, जिसमें किसी व्यक्ति, संस्था, समूह या व्यक्ति समूह के वितरण
का चित्रण प्रस्तुत किया जाता है, कहलाता है
― प्रोफाइल फीचर
◆ टी. वी. चैनल अपने प्रचार हेतु जो छोटे-मोटे प्रचारात्मक सन्देश दिखाते हैं, उन्हें कहा जाता
है
― प्रोमो
◆ प्राप्त किए गए सन्देश में कोई विचलनशीलता, जिसको पूर्वकथन स्रोत पर नहीं किया
जा सकता, गुणारोपित की जाती है
― कोलाहल (Noise) पर
◆ सम्प्रेषण में आगे झुकने के धनात्मक वैयक्तिक संकेत द्वारा अभिव्यक्त की जाती है
― एकाग्रता (Concentration)
◆ मौखिक सम्प्रेषण की प्रभावशीलता वक्ता की किस योग्यता पर निर्भर करती है ?
― सरल भाषा प्रयोग की
◆ व्यवसायिक संचार के अन्तर्गत व्यवसायिक रिपोर्ट कितने प्रकार की होती है ?
― 4 प्रकार की (औपचारिक रिपोर्ट, अनौपचारिक रिपोर्ट, सूचनात्मक रिपोर्ट,
विश्लेषणात्मक रिपोर्ट)
◆ जब एक रिपोर्ट विधिक आवश्यकता अथवा आदेशानुसार तैयार की जाती है एवं एक
प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रस्तुत की जाती है, तो ऐसी रिपोर्ट को कहा जाता है
― औपचारिक रिपोर्ट (Formal Report)
◆ ऐसी रिपोर्ट जो बिना किसी निश्चित प्रक्रिया के तैयार की जाती है तथा एक व्यक्ति से दूसरे
व्यक्ति के पास भेजी जाती है, कहलाती है
― अनौपचारिक रिपोर्ट (Informal Report)
◆ अनौपचारिक रिपोर्ट कितने प्रकार की होती है ?
― दो प्रकार की (सांविधिक रिपोर्ट, गैरसांविधिक रिपोर्ट)
◆ संचार प्रक्रिया के अन्तर्गत ऐसी रिपोर्ट जो कुछ विधिक आवश्यकताओं को पूरा करने के
लिए तैयार की जाती है, कहलाती है
― सांविधिक रिपोर्ट (Statutory Report)
◆ ऐसी रिपोर्ट जो कानूनी रूप से आवश्यक नहीं है वरन् प्रबन्धन के निर्देशानुसार तैयार की
जाती है, कहलाती है.
― गैर-सांविधिक रिपोर्ट (Non Statutory Report)
◆ व्यवसायिक एवं वाणिज्यिक संचार प्रक्रिया के अन्तर्गत ऐसी रिपोर्ट जिसका उद्देश्य किसी
व्यवसायिक गतिविधि की सूचना प्रदान करना होता है तथा इसमें कोई सुझाव नहीं होता,
कहलाती है
― सूचनात्मक रिपोर्ट (Informational Report)
◆ ऐसी रिपोर्ट जिसमें तथ्य एवं विश्लेषण के साथ तथ्यों को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत किया
जाता है तथा फिर उसका सारांश प्रस्तुत किया जाता है, कहलाती है
― विश्लेषणात्मक रिपोर्ट (Analytical Report)
◆ प्रभावशाली मौखिक सम्प्रेषण के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण तथ्य हैं.
― स्पष्ट उच्चारण, उचित शब्दों का चयन एवं मधुरता
◆ मौखिक सम्प्रेषण के लाभ हैं
― समय, श्रम एवं धन की बचत, प्रभावपूर्ण, शीघ्रता, सन्देश की प्रतिक्रिया का
ज्ञान, तत्काल भ्रम निवारण, परस्पर सद्भावना एवं सहयोग, लोचपूर्ण, शीघ्र एवं ठोस निर्णय,
उत्पादकता में वृद्धि, प्रबन्धकीय योग्यता का विकास
◆ संचार में निष्पंदन के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए किस विधि का प्रयोग किया जाता
है ?
― लघुपरिधिकरण
◆ सम्प्रेषण प्रक्रिया में चयनों को संकुचित करने में प्रयुक्त प्रविधियों की प्रक्रिया कहलाती है
― निर्णय लेना
◆ किस सम्प्रेषण अन्तःक्रिया में हमें अवश्य ध्यान देना चाहिए कि हमें क्या करना चाहिए ?
― संघटनात्मक नियम
◆ संचार प्रक्रिया में कौनसा चरण सबसे पहले आता है ?
― कूटलेखन
◆ वह कौनसा कौशल है, जो अन्तःक्रिया एवं सम्प्रेषण को सुगम बनाता है ?
― सामाजिक कौशल
◆ “दोनों पक्षों का तत्काल पुनर्निवेश, टनेल दृष्टि, समाधान की तीव्र प्राप्ति” किस प्रकार का
सम्प्रेषण माध्यम है ?
― सकारात्मक सम्प्रेषण माध्यम
◆ “ज्यादा वैयक्तिक होना” किस प्रकार का सम्प्रेषण माध्यम है ?
― नकारात्मक सम्प्रेषण माध्यम
◆ औपचारिक दिशा-निर्देश एवं प्राधिकार पदानुक्रम संचार के किस प्रकार्य के उदाहरण हैं ?
― नियन्त्रण (Control)
◆ अशाब्दिक संचार में निहित हैं
― भाव भंगिमा, देह मुद्राएं एवं भावात्मक अभिव्यक्ति
◆ संचार प्रक्रिया के अन्तर्गत ऐसी रिपोर्ट, जो बिना किसी निश्चित प्रक्रिया के तैयार की जाती
है तथा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास भेजी जाती है, कहलाती है
― अनौपचारिक रिपोर्ट (Informal Report)
◆ संचार प्रक्रिया के तत्व (Elements) कौन-कौनसे हैं ?
― संचारक (Communicator) संदेश, माध्यम, प्रापक (Receiver), फीडबैक, शोर
◆ संचार प्रक्रिया में 7 CS से क्या तात्पर्य है ?
― Clearity, Context, Continuity, Credibility, Content, Channel, Completeness
◆ संचार प्रक्रिया में आने वाली बाधाओं को कितनी श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है ?
― शारीरिक बाधा, भाषायी बाधा, सांस्कृतिक बाधा, भावनात्मक बाधा एवं अवधारणात्मक बाधा
◆ मौखिक संचार के प्रचलित माध्यम हैं
― वार्तालाप, प्रेस सम्मेलन, प्रदर्शन, भाषण, वाद-विवाद, विचारगोष्ठी, पैनल वार्ता
सम्मेलन
◆ मौखिक संचार के प्रमुख लाभ हैं
― कम समय में अधिक लोगों के साथ संवाद, कम त्रुटियाँ, समय की बचत, व्यक्तिगत
सम्बन्धों में मधुरता आपातकालीन परिस्थितियों में उपयोगी, तीव्र संदेश सम्प्रेषण, प्रापक
(Receiver) से फीडवैक मिलने की पूर्ण सम्भावना
◆ लिखित संचार के प्रचलित माध्यम हैं
― सूचना पट्ट, समाचार बुलेटिन, प्रिंट मीडिया, नियम पुस्तिका, कार्यालय, आदेश, पत्रः
प्राय, फार्म, पुस्तकें
◆ लिखित संचार के मुख्य लाभ हैं
― अधिक विश्वसनीय, साक्ष्य एवं संदर्भ के रूप में प्रस्तुतीकरण संचारक और प्रापक की
मौजूदगी जरूरी नहीं, कम लागत में स्पष्ट और विस्तृत जानकारी, गोपनीयता, कमजोर स्मृति के
लोगों के लिए लाभकारी
◆ अशाब्दिक संचार के प्रमुख माध्यम हैं
― शारीरिक मुद्रा, वेशभूषा, स्पर्श, निकटता, सम्पर्क व्यक्तित्व, आँखों की गति
◆ लिखित संचार में किस प्रकार के शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए ?
― सरल, छोटे एवं प्रचलित शब्दों का
◆ सामान्यता के आधार पर अनुभवों की साझेदारी संचार है, यह कथन है
― विल्बर श्रम का
◆ संचार करते समय जो जानकारी या विचार साझा किए जाते हैं उन्हें कहा जाता है
― संदेश
◆ संदेश के वाहक होते हैं, जो स्रोत से सोता तक उसे पहुँचाने का कार्य करते हैं, उन्हें कहते
हैं
― माध्यम
◆ किस प्रकार के संचार के द्वारा ज्ञान का प्रसार सर्वाधिक गति से होता है ?
― मौखिक संचार के द्वारा
◆ संचार की प्रमुख भौतिक बाधाएं मानी जाती हैं
― समय, स्थान, दूरी, वातावरण इत्यादि
◆ संकेतों के माध्यम से किया गया संचार कहलाता है
― अमौखिक संचार
◆ संचार के सन्दर्भ में जब एक जानकारी किसी माध्यम से दूसरे तक पहुँचती है और वह
उस पर अपनी प्रतिक्रिया देता है, जो पुनः संचारकर्ता तक पहुँचती है, तो प्राप्तकर्त्ता द्वारा
व्यक्त की गई प्रतिक्रिया कहलाती है
― प्रतिपुष्टि या फीडबैंक
◆ डॉक्टर का अपने मरीज से संवाद किस प्रकार के संचार कोटि में आता है ?
― अंतरवैयक्तिक संचार
◆ शिक्षक का कक्षा में पढ़ाना या कोचं का टीम को निर्देश देना किस प्रकार के संचार
का उदाहरण है ?
― समूह संचार
◆ संचार को प्रभावशाली बनाती है
― संचार की विषय-वस्तु
◆ यदि किसी संगठन के अन्दर अफवाह के रूप में सूचना का संचार होता है, तो ऐसा संचार
कहलाता है
― ग्रेपवाइन संचार
◆ संचार की प्रक्रिया में ‘फिल्टरिंग’ से तात्पर्य है
― कम महत्वपूर्ण सूचनाओं को अलग करना
◆ संचार वृत्ताकार हो जाता है, जब
― डिकोडर, एनकोडर बन जाता है
◆ छात्रों में सम्प्रेषण कला का विकास करना चाहिए, इससे छात्रों में होगा
― विचार अभिव्यक्ति क्षमता का विकास
◆ संचार के साइबरनेटिक्स सिद्धान्त का प्रतिपादन किया था
― नाबर्ट बीनर
◆ अनौपचारिक संचार के प्रभावशाली उपयोग के लिए, किसका उपयोग नहीं करना
चाहिए ?
― सीमित सूचनाओं को उपलब्ध कराना
◆ कक्षा में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते समय अध्यापक द्वारा ध्यान में रखे जाने वाले
महत्वपूर्ण तत्व हैं
― वाक स्वराघात परिवर्तन
◆ अधिकृत एवं पूर्वनिर्धारित मार्ग के अनुरूप किस प्रकार का संचार होता है
― औपचारिक संचार
◆ अशाब्दिक संप्रेषण का प्रथम वैज्ञानिक विश्लेषण मिलता है
― चार्ल्स डार्विन की पुस्तक ‘द एक्सप्रेशन ऑफ द इमोशन इन मैन एण्ड एनिमल
(1872) में
◆ संचार की वह प्रक्रिया, जिसमें व्यक्ति खुद से संचार करता है अर्थात् इसकी परिधि में व्यक्ति
स्वयं होता है, कहलाता है
― अंतःवैयक्तिक संचार
◆ एक वर्तुल सम्प्रेषण में संकूटक कूटभंजक हो जाता है, जब वहाँ होता है
― श्रोत समूह
◆ टेलिफोन द्वारा सम्प्रेषण उदाहरण है
― रेखीय सम्प्रेषण
◆ सम्प्रेषण की प्रक्रिया में कूटलेखन से तात्पर्य है
― संकेतों को तांत्रिकीय आवेगों (Neural Impulses) में परिवर्तित करना
◆ किसी संगठन में सम्प्रेषण, जो प्रकार्यों एवं स्तरों से परे जाता है, कहलाता है
― वर्तुल सम्प्रेषण
◆ सम्प्रेषण के घटक हैं
― संदेश देने वाला, संदेश ग्रहण करने वाला, संदेश एवं माध्यम
◆ विचार, सम्प्रेषण कला एवं विज्ञान दोनों ही हैं, जिसे अर्जित किया जा सकता है
― मनोवैज्ञानिक विधियों से
◆ संगठन के कर्मचारियों के बीच परस्पर संचार होता है
― अंतरवैयक्तिक संचार
◆ व्यक्तियों से वे कार्य कराए जाने चाहिए जिन्हें वे स्वीकार करते हैं न कि उन्हें कहे जाएं,
कथन किस सिद्धान्त पर आधारित है ?
― सहभागिता का सिद्धान्त
◆ मौखिक संचार की प्रभावशीलता सीमित नहीं होने का कारण है
― आलोचनशीलता एवं लागत
◆ ब्रेल लिपि में संचार किसके द्वारा होता है ?
― लिखित भाषा
◆ एक प्रभावी सम्प्रेषण में किस बात को प्राथमिकता दी जाती है ?
― सम्प्रेषण के उद्देश्यों का विशिष्टीकरण करना
◆ किसी शोधकार्य को सम्प्रेषित करने के लिए कौनसी वस्तु अनिवार्य है ?
― भाषा पर सम्पूर्ण प्रभुत्व, उद्देश्यों का कथन
◆ सम्प्रेषण के प्रमुख तत्व कौन-कौनसे हैं ?
― सम्प्रेषण सन्दर्भ, सन्देश स्रोत, सन्देश, सम्प्रेषण माध्यम, संकेत, एनकोडिंग,
डिकोडिंग, पृष्ठ पोषण, सन्देश प्राप्त कर्ता
◆ किसी संगठन के अनौपचारिक नेटवर्क को कहा जाता है
― जनप्रवाद माध्यम
◆ संचार के छः सहायक तत्व कौनसे हैं ?
― क्यों, कौन, कहाँ, कब, क्या, कैसे
◆ संचार के प्रमुख अवरोध हैं
― भाषागत अवरोध, दृष्टिकोणात्मक अवरोध, संगठनात्मक अवरोध,व्यक्तिगत
अवरोध, अन्य विविध अवरोध
◆ संचार में भाषागत अवरोध के अन्तर्गत कौन-कौन से अवरोध आते हैं ?
― पूर्वाग्रह, विभेदात्मक मान्यताएं, गलत शब्दों में अभिव्यक्त सन्देश, दोषपूर्ण अनुवाद
◆ संचार की प्रक्रिया में दृष्टिकोणात्मक अवरोध के प्रकार हैं
― ध्यान न देना, पक्षपातपूर्ण मूल्यांकन, संचार पर अविश्वास, संचार का विरोध,
चयनित बोध, संचार न करना, अनावश्यक
◆ संगठनात्मक अवरोध के प्रकार हैं।
― शोर, समय एवं दूरी, संगठनात्मक नियमावली, भय, मार्गस्थ हानि, दोषपूर्ण रख-रखाव,
अपर्याप्त सन्तुलन, तथ्यों का विवाद
◆ व्यक्तिगत अवरोध के प्रकार हैं
― अधिकारियों की बाधाएं, अधीनस्थों की बाधाएं
◆ संचार की प्रक्रिया के अन्तर्गत ‘डिकोडिंग’ से तात्पर्य है
― संदेश की व्याख्या
◆ संचार की प्रक्रिया में प्रमुख दृष्टिकोणात्मक अवरोध कितने प्रकार के होते हैं ?
― ध्यान न देना, पक्षपातपूर्ण मूल्यांकन, संचार पर अविश्वास, संचार का विरोध, चयनित
बोध, संचार न करना, विचारों का अनावश्यक मिश्रण
◆ संचार की बाधाओं के सम्बन्ध में संगठन के अधिक स्तर होने से क्या प्रभाव पड़ता है ?
― अधिक स्तरों पर फिल्टरों से गुजरने से सन्देश विकृत हो जाता है
◆ सूचना के व्यवधान में सम्मिलित है
― सूचना फिल्टर करना, क्षमता से अधिक सूचना, रक्षात्मकता
◆ एक प्रभावी सम्प्रेषण में किस बात को प्राथमिकता दी जाती है ?
― सम्प्रेषण के उद्देश्यों का विशिष्टीकरण करना
◆ सूचनात्मक सम्प्रेषण की प्रमुख विशेषताएं हैं
― व्यवहार परिवर्तन पर बल, गणितीय एवं तर्कमुक्त सम्प्रेषण एवं साइबर नेटिक्स
पर आधारित सम्प्रेषण
◆ अन्तर्वैयक्तिक संचार का मुख्य जोर होता है
― गैर शाब्दिक शब्दों, व्यवहार परिवर्तन, संचेतना श्रवण
◆ संचार प्रक्रिया के अन्तर्गत ‘एन्ट्रॉपी’ से तात्पर्य है
― संचार प्रक्रिया में एन्ट्रॉपी एक विशेष प्रकार की माप है, जो किसी तंत्र में विघटन
की प्रकृति नापती है
◆ संचार प्रक्रिया में डिकोडर, एनकोडर जब बन जाता है, तब संचार की प्रकृति कैसी हो
जाती है ?
― वृत्ताकार
◆ संचार की विधियों में सबसे प्रभावशाली विधि कौनसी है ?
― बहुसंचार विधि
◆ किसी सन्देश को तकनीकी साधनों से भेजने के लिए उसका विकास कहलाता है
― एनकोडिंग
◆ अर्थपूर्ण परिभाषा जिसे सोचसमझकर कुछ प्रतीकों के लिए निर्दिष्ट किया जाता है,
कहलाता है
― स्वनिर्मित परिभाषा
◆ औपचारिक एवं अनौपचारिक सम्प्रेषण के विभाजन का आधार है
― संदेश प्रेषक व प्राप्तकर्ता के बीच सम्बन्ध
◆ सम्प्रेषण प्रक्रिया में ‘फीडबैक’ से तात्पर्य है
― व्यक्ति एवं समूह द्वारा संदेश प्राप्त कर प्रतिक्रिया में उत्तर संचारित करना
◆ ‘उपयुक्त उपरिगामी प्रभाव के साथ संयुक्त वरिष्ठों को समर्थिता’ को किस सिद्धान्त के
अन्तर्गत रख सकते हैं ?
― पेल्ज प्रभाव
◆ सम्प्रेषण की प्रक्रिया में संकेतों को तांत्रिकीय आवेगों (Neural Impulses) में परिवर्तित करना कहलाता है
― कूटलेखन
◆ सक्रिय श्रवण के लिए आवश्यक है
― चक्षु सम्पर्क
◆ अन्तर्वैयक्तिक संचार कला में सुधार के लिए आवश्यकता होती है
― परस्पर विश्वास एवं प्रभावकारी श्रवण की
◆ प्रभावशाली अन्तर्वैयक्तिक संचार किस सिद्धान्त के अनुरूप होना चाहिए ?
― प्रतिपुष्टि सिद्धान्त
◆ अन्तर्वैयक्तिक संचार की जटिलता बढ़ाने वाले प्रमुख तत्व हैं ?
― गैर-शाब्दिक शब्द, हावभाव, मौन भाषा, अनेकार्थी शब्द
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