Ancient History Notes in Hindi
Ancient History Notes in Hindi
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सिंधु घाटी सभ्यता की समाजिक स्थिति
* सिंधु घाटी सभ्यता का समाज मातृसतात्मक था, क्योंकि यहाँ के उत्खनन से काफी मात्रा में नारी की
मृण मूर्ति मिली थी।
* पुरावशेषो के आधार पर यह सिद्ध होता है की सिंधुघाटी सभ्यता का समाज चार वर्गो- विद्वान, योद्धा,
व्यापारी और शिल्पकार या श्रमिकों में विभाजित था.
* सिंधु घाटी सभ्यता के लोग शांती प्रिय थे, वे युद्ध की अपेक्षा भौतिक सुखों में विश्वास करते थे।
* क्योंकि वहाँ के उत्खनन से लड़ाई के हथियारो का काफी कम प्रमाण मिला है.
आर्थिक जीवन
* सिंधु घाटी सभ्यता के लोगो का आधार मुख्य रूप से कृषी पर निर्भर था.
* सिधु घाटी क्षेत्र में भुमी काफी उर्बर थी.
* सिंधु घाटी सभ्यता का प्रमुख खाद्दान गेंहूँ और जौ परंतु लोथल एवं रंगपुर से चावल का शाक्ष्य
भी मिलता है.
* इन फसलों के अतिरिक्त सिंधु घाटी के लोग सरसों, मटर, चना, वाजरा, तील आदि की भी खेती
करते थे.
* संसार में सबसे पहले कपास की खेती सिंधुघाटी सभ्यता के लोगों ने हीं की.
पशुपालन
* सिंध घाटी सभ्यता के लोग बैल, गाय, भैंस, सुअर, भेंड़, बकड़ी, हिरण, खरगोश, एवं कुत्ते को पालते थे.
* सिंधु घाटी सभ्यता में कुवड़दार साँढ (पृषभ) का सर्वाधिक महत्व था.
* घोड़े को पालतु बनाए जाने पर विद्वानों के विच काफी विवाद किंतु सुतकोतरा घोड़े की हड्डियों एवं लोथल
से घोड़े का जवड़ा तथा मिट्टी के घोरे का प्रमाण मिलता है.
dir="auto"> उद्योग
* सिंधु घाटी सभ्यता का प्रमुख उद्योग सुती वस्त्र था.
* सिंधु घाटी सभ्यता के लोग सोना, चाँदी, ताम्बा, काँसा एवं शिसा आदि धातुएँ से परिचित थे एवं इनसे
विभिन्न तरह समान और आभूषण बनाते थे।
नोट्स-
* सिंधु घाटी सभ्यता के लोग लोहा से परिचित नहीं थे.
* चन्हुदरों से मनका (गुडियाँ) निर्माण का कारखाना मिला है.
* गुड़ियाँ निर्माण का प्रमाण लोथल से भी मिला है।
* इसके अतिरिक्त वाला कोट से सिंध उद्योग एवं चन्हुदरो से मुहरे बनाने का साक्ष्य मिलता है।
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