Medieval History Notes in Hindi
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चैतन्य महाप्रभु
* चैतन्य महाप्रभु का जन्म 1486 ई. में बंगाल के नादिया जिले में हुआ था.
* चैतन्य महाप्रभु कृष्ण के उपासक थे.
* चैतन्य महाप्रभु की प्रतिष्ठा इतनी ज्यादा थी, कि लोग उनके जीवित रहते ही उन्हें कृष्ण का अवतार मानने लगे.
* चैतन्य महाप्रभु ने संकीर्तन और सामूहिक नृत्य प्रथा की शुरुआत की.
* चैतन्य महाप्रभु के शिष्यों में भी सभी धर्म और जाति के लोग शामिल थे.
* हरिदास, चैतन्य महाप्रभु का एक प्रमुख शिष्य था, जो एक मुसलमान था.
* चैतन्य महाप्रभु ने गोसाई संघ की स्थापना की.
* तथा चैतन्य महाप्रभु के दार्शनिक सिद्धांत को अचिंत्य वेदाभेदवाद के नाम से जाना जाता है.
* चैतन्य महाप्रभु का प्रभाव बंगाल के अतिरिक्त बिहार एवं उड़ीसा में भी थी.
* 1533 ई. में उड़ीसा के पुरी में चैतन्य महाप्रभु की मृत्यु हो गई.
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