BR-12TH-HINDI जीवन-संदेश August 18, 2022August 18, 2022 bk959529 416 Views 0 Comments जग में सचर अचर जितने हैं सारे कर्म-निरत हैं ।धुन है एक न एक सभी को सबसके निश्चिंत व्रत हैं।जीवन भर आतप सह वसुधा पर छाया करता है ।तुच्छ पत्र की भी स्वकर्म में कैसी तत्परता है ।, जीवन-संदेश Read More