जीवन में वे ही लोग सफलता का वरण करते हैं जो तकलीफों की आंच में तपकर खरे साबित होते हैं।
समाज में जुड़ाव एवं एकात्म की भावना का प्रसार करने वाला व्यक्ति सदैव वंदनीय होता है।
एक कथा जोड़ने और तोड़ने के उपक्रम की सटीक व्याख्या करती है। यह सीख बड़ी महत्वपूर्ण है।
जो सामाजिक समरसता के वाहक होते हैं, उन्हें सदैव सिर माथे से लगाया जाता है। विजय सदैव जोड़ने वालों की ही होती है।
समाज में विघटनकारी शक्तियां भले ही कुछ समय तक अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएं, लेकिन वे लंबे समय तक ऐसा नहीं कर सकतीं।
देश में अनेक विघटनकारी शक्तियां होती हैं। उनका उद्देश्य देश को अस्थिर करना होता है