हमे विश्वास उस व्यक्ति पर नही करना चाहिए जो व्यक्ति हमे एक बार धोखा दे चुका है. हमें चिंता नही करनी चाहिए.
हमे अपना स्वभाव, विपत्ति में भी नहीं छोड़ना चाहिए, जिससे पवित्र, कुलीन, धीर और प्रशंसनीय है।
हमे स्वाभिमान नहीं रखना चाहिए, इससे लक्ष्मी आती है, यश स्थिर रहता है और वह पुरुष कहलाता है।