समस्याओं का प्रबंधन करना है घबराना नहीं है, उचित प्रबंधन से समस्याओ की पूर्ति संभव होती है। समस्याओ से नजरे चुराए नहीं.
महानता प्राप्त करनी है तो स्वयं को आदर्श व्यक्ति बनाएं न कि दूसरो को अपना आदर्श मानकर जीवन गुजारना.
हमें जीवन मे उसूलो को महत्व देना है और किस्मत पर आश्रित न रह कर अपने उसूलो द्वारा सफलता प्राप्त करने का प्रयास करना है एवं सतत् परिश्रम करना है
चरित्र का निर्माण गुणों से होता है इसलिए हमे अपने आप में गुण पैदा करते रहना है तब चरित्र स्वयं मजबूत बन जाएगा.
जीवन में जहाँ परिवर्तन एवं बदलाव आवश्यक हो, वहाँ कूपमंडूक न बने रहेगे और बदलाव का स्वागत करेंगे।
अपनी शक्तियों को पहचानेंगे और सुषुप्त शक्तियों को जाग्रत करने का प्रयास भी करेंगे