एक ज्ञानी व्यक्ति जो भी करता है उसका पूरी तरह बोध रखता है जबकि अज्ञानी अपने कार्यों में पूरी तरह नहीं उतरता
उस कार्य को, जिसे तुम दूसरे व्यक्ति में बुरा समझते हो स्वयं त्याग दो परंतु दूसरो पर दोष मत लगाओ
उस अल्लाह की स्तुति करनी चाहिए जो समस्त संसार का चालक, दयालु, उदार पर अंतिम निर्णय के समय न्यायाधीश भी है
जब मैं कहता हूँ कि आपलोग देवी देवता है तो मेरा मतलब होता है कि आप में अनंत संभावनाएँ है, आपकी क्षमताए अनंत है
जब यह साफ हो कि लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है, तो लक्ष्यों में फेरबदल न करे, बल्कि प्रयासों में बदलाव करे
समय वर्षों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया और क्या हासिल किया, इससे मापा जाता है