What is the Central Idea of the poem ‘A Tiger in the Zoo’? (‘A Tiger in the Zoo’ कविता का केन्द्रीय विषय क्या है?)
What is the Central Idea of the poem ‘A Tiger in the Zoo’? (‘A Tiger in the Zoo’ कविता का केन्द्रीय विषय क्या है?)
Answer: ‘A Tiger in the Zoo’ is a lovely poem by Leslie Norris. This poem contrasts a tiger in the zoo to the tiger in its natural habitat. The poem moves from the zoo to the jungle, and back again to the zoo. In his natural surrounding the tiger is happy and joyful. But in a cage he is full of rage and trouble. The poem shows the great importance of freedom. The poet says that the caged tiger is imprisoned. He is not free. He is angry. On the other hand, the tiger in the jungle is free. He walks in the tall grass and hunts the deer that pass near the water hole.
(A Tiger in the Zoo’ लैसलि नोरिस द्वारा रचित एक प्यारी कविता है। यह कविता एक चिड़ियाघर में पाए जाने वाले बाघ की अपने प्राकृतिक आवास में रहने वाले बाघ से तुलना करती है। कविता चिड़ियाघर से जंगल और फिर वापस चिड़ियाघर तक का विचरण करती है। अपने प्राकृतिक आवास में बाघ प्रसन्न और आनंदित है, लेकिन पिंजरे में वह क्रोध तथा उदासी में है। कविता स्वतंत्रता के महान् महत्त्व का वर्णन करती है। कवि कहता है कि पिंजरे में बंद बाघ बंदी होता है। वह स्वतंत्र नहीं होता। वह क्रोधित होता है। दूसरी ओर जंगल में घूमने वाला बाघ स्वतंत्र होता है। वह लंबे-लंबे घास में चलता है और जल स्रोत के पास से गुजरने वाले हिरणों का शिकार करता है।)
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