What is the Central Idea of the poem ‘The Ball Poem”?
What is the Central Idea of the poem ‘The Ball Poem”?
(‘The Ball Poem’ कविता का केन्द्रीय विषय क्या है?)
Answer: The central idea of the poem is the sense of loss in life’. Loss is a fact of life. The sooner man learns to tolerate it, the better it is. When we lose something for the first time, we feel very sad. But later we learn to live with our loss. In this poem the boy loses his ball. He is very sad. The poet can buy him another ball. But he does not want to do so. He wants that the boy must learn the bitter truth of life that everyone can suffer the loss of something dear.
(‘जीवन में खो जाने की भावना’ कविता का केन्द्रीय विषय है। खो जाना जीवन की सच्चाई है। जितनी जल्दी मनुष्य इसे सहन करना सीख जाता है, उतना अधिक अच्छा होता है। जब हम पहली बार कोई चीज खोते हैं, तो हम बहुत उदास होते हैं। लेकिन बाद में हम अपनी क्षति के साथ जीना सीख जाते हैं। इस कविता में लड़का अपनी गेंद खो देता है। वह बहुत उदास है। कवि उसके लिए दूसरी गेंद खरीद सकता है। लेकिन वह ऐसा नहीं करना चाहता। वह चाहता है कि लड़का जीवन की इस कटु सच्चाई को सीख ले कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी प्रिय चीज की क्षति को सहन कर सकता है।)
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