पहले विश्वयुद्ध के समय भारत का औद्योगिक उत्पादन क्यों बढ़ा ?
पहले विश्वयुद्ध के समय भारत का औद्योगिक उत्पादन क्यों बढ़ा ?
उत्तर: पहले विश्वयुद्ध के समय निम्नलिखित कारणों से भारत का औद्योगिक उत्पादन बढ़ा
- प्रथम विश्वयुद्ध तक औद्योगिक विकास धीमा रहा। युद्ध ने एक नई स्थिति उत्पन्न कर दी थी।
- ब्रिटिश कारखाने सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए युद्ध सम्बन्धी उत्पादन में व्यस्त थे इसलिए भारत में मैनचेस्टर के माल का आयात कम हो गया।
- भारतीय उद्योगों के लिए यह एक सुअवसर था उन्हें रातों-रात एक विशाल देशी बाजार मिल गया। इस प्रकार औद्योगिक उत्पादन में भी वृद्धि हुई।
- युद्ध लम्बे समय तक चला जिसके परिणामस्वरूप भारतीय कारखानों में भी सैनिकों के लिए जूट की बोरियाँ, सैनिकों के लिए वर्दी के कपड़े, टैण्ट और चमड़े के जूते, फोर्ड की जीन एवं अन्य अनेक प्रकार के समान बनने लगे।
- माँग में वृद्धि होने से नये-नये कारखानों की स्थापना होने लगी तथा पुराने कारखानों में भी उत्पादन बढ़ाने के लिए कई पालियों में काम होने लगा।
- उत्पादन में वृद्धि करने के लिए पर्याप्त मात्रा में श्रमिकों को काम पर रखा गया। प्रत्येक श्रमिक को पहले की तुलना में अधिक कार्य करना पड़ता था। यही कारण था कि प्रथम विश्वयुद्ध के समय भारत का औद्योगिक उत्पादन बढ़ गया।
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