विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में किस प्रकार मदद करता है? यहाँ दिए गए उदाहरण से भिन्न उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
विदेश व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में किस प्रकार मदद करता है? यहाँ दिए गए उदाहरण से भिन्न उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
अथवा
“विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों को आपस में जोड़ता है।” कथन के पक्ष में तर्क दीजिए।
अथवा
विदेशी व्यापार किस प्रकार विभिन्न देशों के बाजारों का एकीकरण कर रहा है? उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
अथवा
कुछ ही वर्षों में हमारे बाजार किस प्रकार परिवर्तित हो गए हैं? उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर: विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में निम्नलिखित प्रकार से मदद करता है
1. सभी देश लगभग एक-दूसरे पर निर्भर हो गए हैं। प्रत्येक देश को वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात करना पड़ता है।
2. विदेश व्यापार घरेलू बाजारों से बाहर के बाजारों में पहुँचने के लिए एक अवसर प्रदान करता है। उत्पादक केवल अपने देश के बाजारों में ही अपने उत्पाद नहीं बेच सकते हैं बल्कि विश्व के अन्य देशों के बाजारों से भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
3. इसी प्रकार-दूसरे देशों में उत्पादित वस्तुओं का आयात कर सकते हैं। इससे क्रेताओं के समक्ष उन वस्तुओं के घरेलू उत्पादन के अन्य विकल्पों का विस्तार होता है।
4. विदेश व्यापार के खुलने से वस्तुओं का एक बाजार से दूसरे बाजार में आवागमन होता है। बाजार में वस्तुओं के विकल्पों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हो जाती है।
5. दो बाजारों में एक ही वस्त्र का मूल्य एक समान होने लगता है।
6. इस प्रकार विदेशी व्यापार में दो देशों के उत्पादक एक-दूसरे से हजारों मील दूर होकर भी एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
उदाहरण: भारत में सूती व ऊनी वस्त्रों का पर्याप्त मात्रा में उत्पादन होता है। भारत में किसी भी अन्य देश द्वारा इनकी माँग करने पर इन वस्तुओं का निर्यात किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ, भारत में खनिज तेल की कमी है। अतः भारत खनिज तेल उत्पादक देशों से इसका आयात कर सकता है। इस प्रकार विदेशी व्यापार विभिन्न देशों के बाजारों के एकीकरण में मदद करता है।
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