ऐसी चुनौती का एक उदाहरण दें और बतायें कि आपकी प्राथमिकता में उसे कोई खास जगह क्यों दी गई है?

ऐसी चुनौती का एक उदाहरण दें और बतायें कि आपकी प्राथमिकता में उसे कोई खास जगह क्यों दी गई है?

आइए, अब सिर्फ भारत के बारे में विचार करें। समकालीन भारत के लोकतंत्र के सामने मौजूद चुनौतियों पर गौर करें। इनमें से उन पाँच की सूची बनाइए जिस पर पहले ध्यान दिया जाना चाहिए। यह सूची प्राथमिकता को भी बताने वाली होनी चाहिए यानी आप जिस चुनौती को सबसे महत्त्वपूर्ण और भारी मानते हैं, उसे सबसे ऊपर रखें। शेष को इसी क्रम के बाद में।

उत्तर:

लोकतंत्र की चुनौती उदाहरण प्राथमिकता का कारण
विधायिका में महिलाओं की सहभागिता महिलाऐँ हमारे देश कीं आधी जनसख्या बनाती हैं किन्तु विधायिकाओं में उनका प्रतिनिधित्व न्यूनतम है। महिलाओं को सत्ता में भागीदारी मिलनी चाहिए, ताकि उनके ऊपर हो रहे अत्याचार तथा भेदभाव को प्रभावी रूप से, रोका जा सके।
सरकारी अधिकारियों के द्वारा भ्रष्टाचार कोई भी कार्य करने अथवा करवाने के लिए घूस देना या लेना एक स्वीकृत व्यवहार का रूप ले चुका है। यह लोकतंत्र के कार्य कंरने पर बुरा प्रभाव डालता है तथा कई लोगों को उनके अधिकार से वंचित करता है। इसके कारण लोग लोकतंत्र में विश्वास खो रहे हैं।
न्याय में देरी कभी-कभी तो न्याय तब मिलता है जब याचिकाकर्ता इस दुनिया में ही नहीं रहता। यह लोकतंत्र में लोगों के विश्वास को कमजोर करेगा। अर्थात् इससे लोकतंत्र का आधार कमजोर होगा। न्याय में देरी न्याय न मिलने के बराबर ही होती है।
बढ़ती गरीबी गरीब लोग और अधिक गरीब होते जा रहे हैं। आर्थिक असमानता बढ़ी है तथा गरीबों के लिए अपनी मौलिक आवश्यकताओं को पूरा करना दिन-पर-दिन मुश्किल होता जा रहा है।
कम महिला साक्षरता दर हमारे देश में महिला साक्षरता की दर आज भी $65.46%(2011) ही है। चूँकि हमारी आधी जनसंख्या महिलाओं की है। अत हमारा आधा मानव संसाधन या तो अंल्पप्रयुक्त है या फिर अप्रयुक्त है।
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