जब हम कहते हैं कि सोलहवीं सदी में दुनिया सिकड़ने लगी थी, तो इसका क्या मतलब है?
जब हम कहते हैं कि सोलहवीं सदी में दुनिया सिकड़ने लगी थी, तो इसका क्या मतलब है?
उत्तर: 16वीं शताब्दी से पूर्व विश्व के विभिन्न देशों के मध्य व्यापार एवं अन्य प्रकार के सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अभाव था। लेकिन 16वीं शताब्दी में विश्व के विभिन्न देशों के मध्य व्यापार एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान से लोगों की आवाजाही में वृद्धि हुई है। इस तरह सिकुड़ने का अर्थ विश्व के विभिन्न देशों के लोगों के बीच पारस्परिक सम्बन्धों में वृद्धि से लगाया जा सकता है।
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