मान लीजिए कि आप दो लोगों को तर्क करते हुए पाते हैं-एक कह रहा है कि वैश्वीकरण ने हमारे देश के विकास को क्षति पहुँचाई है
मान लीजिए कि आप दो लोगों को तर्क करते हुए पाते हैं-एक कह रहा है कि वैश्वीकरण ने हमारे देश के विकास को क्षति पहुँचाई है,
दूसरा कह रहा है कि वैश्वीकरण ने भारत के विकास में सहायता की है। इन लोगों को आप कैसे जवाब दोगे ?
उत्तर: दो व्यक्तियों को वैश्वीकरण के पक्ष व विपक्ष में तर्क करता हुआ पाने पर मैं कहूँगा कि वैश्वीकरण ने एक ओर हमारे देश के विकास को कोई क्षति नहीं पहुँचायी है क्योंकि वैश्वीकरण विकास के लिए अति आवश्यक है। वैश्वीकरण ने रोजगार का सृजन किया है, इससे धनी उपभोक्ता, उत्पादक, कुशल व अच्छे पढ़े-लिखे श्रमिक अधिक लाभान्वित हुए हैं।
देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ा है। उत्पादन व उत्पादकता का स्तर बढ़ा है, परिवहन व संचार की कम लागत के कारण विदेशी व्यापार का हिस्सा बढ़ा है वैश्वी रण ने देश की अर्थव्यवस्था को अधिक प्रतियोगी बनाया है। अतः भारत विदेशी प्रतिस्पर्धा के समक्ष ठहरने में समर्थ हो गया है।
वहीं दूसरी ओर वैश्वीकरण के कुछ दुष्प्रभाव भी पड़े हैं। कई छोटे उत्पादक व श्रमिक बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के कारण: जपरीत रूप से प्रभावित हुए हैं। कई छोटे कारखाने बन्द हो गये हैं। वे वैश्वीकरण के लाभों से लाभान्वित नहीं हुए हैं। अतः भारत सरकार को चाहिए कि वह वैश्वीकरण को अधिक न्यायसंगत बनाने का प्रयास करे। न्यायसंगत वैश्वीकरण सभी के लिए समान अवसरों का सृजन करने के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करेगा कि इसके लाभों में सभी की उपयुक्त हिस्सेदारी हो।
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