राष्ट्रीय पहचान के निर्मित होने में भाषा और लोक परम्पराओं के महत्त्व की चर्चा करें।
राष्ट्रीय पहचान के निर्मित होने में भाषा और लोक परम्पराओं के महत्त्व की चर्चा करें।
उत्तर: राष्ट्रीय पहचान के निर्मित होने में भाषा और लोक परम्पराओं का निम्नलिखित महत्त्व है
- किसी क्षेत्र विशेष अथवा देश की भाषा और लोक परम्पराएँ लोगों द्वारा एक साथ व्यतीत किए गए अतीत व सामूहिक एकता से जीवनयापन की जानकारी देते हैं।
- भाषा और लोक परम्पराएँ लोगों को सांस्कृतिक रूप से समान होने की भावना प्रदान करती हैं जिससे कि वे स्वयं को प्राकृतिक रूप से एक व संयुक्त समझते हैं।
- भाषा व लोक परम्पराएँ लोगों को एकता एवं गर्व के धागे से बाँधती हैं।
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