व्यापार और निवेश नीतियों का उदारीकरण, वैश्वीकरण प्रक्रिया में कैसे सहायता पहुँचाता है?
व्यापार और निवेश नीतियों का उदारीकरण, वैश्वीकरण प्रक्रिया में कैसे सहायता पहुँचाता है?
उत्तर: व्यापार और निवेश नीतियों का उदारीकरण, वैश्वीकरण प्रक्रिया में निम्नलिखित प्रकार से सहायता पहुँचाता है।
1. व्यापार अवरोधकों का हटना: उदारीकरण की नीति के अन्तर्गत भारत सरकार ने वस्तुओं और सेवाओं के आयात और निर्यात से विभिन्न प्रतिबन्धों को हटा लिया है। अब बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ भारत में वस्तुओं का आयात करने के लिए एवं भारतीय कम्पनियाँ विदेशों में वस्तुओं तथा सेवाओं का निर्यात करने के लिए स्वतंत्र हैं। इसके अतिरिक्त विदेशी नियाँ भारत में अपने कार्यालय एवं कारखाने स्थापित कर सकती हैं।
2. निवेश का उदारीकरण: इस नीति के अन्तर्गत बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ भारत में निवेश करने के लिए स्वतंत्र हैं। अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियों ने सेलफोन, मोटरगाड़ी, बैंकिंग, ठण्डे पेय पदार्थों व इलेक्ट्रोनिक उत्पादों आदि क्षेत्र में निवेश किया है। भारत सरकार व राज्य सरकारें भी विभिन्न सुविधाएँ प्रदान कर देश में निवेश हेतु बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को आमन्त्रित कर रही हैं। देश में विदेशी निवेश निरन्तर बढ़ रहा है।
3. सूचना व संचार प्रौद्योगिकी का विकास: उदारीकरण की प्रक्रिया के फलस्वरूप भारत में सूचना व प्रौद्योगिकी का पर्याप्त विकास हुआ है जिससे वैश्वीकरण को बढ़ावा मिला है। सूचना व संचार प्रौद्योगिकी ने अन्य देशों में सेवाओं के उत्पादन के प्रसार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
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