Ancient History Notes in Hindi

Ancient History Notes in Hindi

                             Ancient History Notes in Hindi

                            प्राचीन भारत में मृदभांड का उपयोग

* प्राचीन भारत में कालक्रम के अनुसार चार प्रकार के मृदभांड का लोगों ने प्रयोग किया था.

1. लाल मृदभांड या गैरिक मृदभांड-

* सिंधु घाटी सभ्यता के लोग लाल या गैरिक मृदभांड का प्रयोग करते थे.

2. काले एवं लाल मृदभांड- 

* पूर्व वैदिक काल के लोग काले एवं लाल मृदभांड का प्रयोग करते थे.

3. चित्रित धूसर मृदभांड- 

* उत्तर वैदिक काल के लोगों ने इस बर्तन का प्रयोग किया था.

 * लोहे के अस्तर से चित्रित धूसर मृदभांड के टुकड़े ही पाए जाते हैं.

4. उत्तरी काले चमकीले मृदभांड

* यह ऐतिहासिक काल छठवीं शताब्दी ई. पूर्व से प्रारंभ होकर आगे तक मिलता है.

* यह बहुत ही उच्च स्तर का मिट्टी का बर्तन था.

* यह भारतीय मृदभांड कला का सर्वोत्तम नमूना है.

नोट्स-

* सिकंदर के आक्रमण के बाद उत्तर पश्चिमी भारत में यूनानी लोगों ने अपना राज्य स्थापित कर लिया था.

* इसके शासकों को हिंद यूनानी कहा जाता है.

* हिंद यूनानी राज्य के प्रमुख शासक थे- यूएईडेमस, डेमेट्रीयस, मिनांडर (मिलिंद) आदि.

* हिंद यूनानी शासकों की राजधानी शाक्ल (श्यालकेट) थी.

* भारत में स्वर्ण सिक्का सबसे पहले हिंदू यूनानी शासकों ने ही चलाया था.

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