Ancient History Notes in Hindi

Ancient History Notes in Hindi

                      Ancient History Notes in Hindi

                                      स्मृतियां

* धार्मिक साहित्य के अंतर्गत सूत्र साहित्य के बाद स्मृतियों का स्थान आता है.

* स्मृति साहित्य में मानव जीवन से संबंधित नियमों का उल्लेख है.

* इसमें धार्मिक विधान की चर्चा की गई है, इसलिए धर्मशास्त्र भी कहा जाता है.

* सबसे प्राचीन स्मृति मनुस्मृति है.

* मनुस्मृति की रचना मनु ने की है.

* इसकी रचना शुंग काल में 200 ईसा पूर्व से 100 ईसा पूर्व के बीच मानी जाती है.

* मनुस्मृति हिंदू समाज के आदर्शों एवं चरित्र पर विशेष प्रकाश डालने पर काफी महत्वपूर्ण है एवं विवादित भी है.

* मनुस्मृति के अलावा अन्य स्मृतिकार हैं याज्ञवलवय, नारद, बृहस्पति, कात्यायन, पराशर, देवल आदि.

* याज्ञवलवय, स्मृति के रचनाकार राजा जनक के दरबार में रहते थे, गार्गी उनकी पत्नी थी.

* हिंदुओं से मुसलमान बने लोगों का फिर से हिंदू धर्म में रूपांतरण की विधि देवल समिति में बताई गई है.

* कई विद्वानों ने इन स्मृतियों पर टिका लिखा है.

* मनुस्मृति पर टिका या भाष्य लिखने वाले प्रमुख विद्वान थे- मेघातिथि, कूललुक, गोविंद राज.

* याज्ञवलवय स्मृति के प्रमुख टिकाकार है- विश्वरूप, विज्ञानेश्वर, अपरार्क.

* बंगाल को छोड़कर संपूर्ण भारत में हिंदू विधि विज्ञानेश्वर की पुस्तक मिताक्षरा से लागू होती है. अर्थात मिताक्षरा, याज्ञवलवय स्मृति कि टीका है.

                                      पुराण

* पुराण हिंदू धर्म की महत्वपूर्ण ग्रंथ है.

* इसकी रचना पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर पांचवी सदी तक की गई थी.

* कुल पुराणों की संख्या 18 है, सबसे पुरानी, पुराण मत्स्य पुराण है.

* ऐतिहासिक दृष्टि से पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि पुराण भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण स्रोत हैं.

* सर्वप्रथम पारजिस्टर नामक विद्वान ने पुराणों के ऐतिहासिक महत्व को सिद्ध किया है.

* विष्णु पुराण से मौर्य वंश के इतिहास का पता चलता है.

* इसी तरह मत्स्य पुराण से सातवाहन वंश एवं वायु पुराण से गुप्त वंश के इतिहास की जानकारी मिलती है.

* पुराण भविष्य काल में लिखे गए हैं

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