Ancient History Notes in Hindi

Ancient History Notes in Hindi

                          Ancient History Notes in Hindi

       बुद्ध जीवन की प्रमुख घटनाओं से संबंधित प्रतीत (निहतांत)-

 बुद्ध के जन्म से संबंधित घटना                प्रतीत

जन्म                                                     सांड या कमल 

गृह त्याग                                              घोड़ा

ज्ञान                                                    पीपल बोधि वृक्ष

निर्वाण                                                पथ चिह्न (पैर का निशान)

मृत्यु                                                   अस्तुप

*  भगवान बुद्ध वेद एवं कर्मकांड में विश्वास नहीं करते थे.

* बुद्ध पुनर्जन्म में विश्वास करते थे.

* बुद्ध के पुनर्जन्म की कथाओं का संग्रह जातक ग्रंथ में है, इस ग्रंथ में 500 कथा संकलित है.

* बुद्ध ने अपना उपदेश जन भाषा पाली में दिया था.

 बौद्ध धर्म को संरक्षण देने वाले प्रमुख शासक इस प्रकार हैं-

  1. बुध के समकालीन शासक- बिंबिसार, अजातशत्रु, प्रसनजीत,  उदयन
  2. बुध की मृत्यु के बाद के शासक-  अशोक, कनिष्क, हर्षवर्धन, धर्मपाल एवं पाल वंश

           बौद्ध ग्रंथ-

*  बौद्ध धर्म के प्रमुख ग्रंथ त्रिपिटक है.

* त्रिपिटक पाली भाषा में लिखे गए हैं.

* त्रिपिटक तीन पिटारा वाला डालिया के अंतर्गत ग्रंथ है-

1. सुत्त पिटक- इसमें बुध के धार्मिक उपदेशों का संकलन है, सूत पीटर के 5 भाग हैं जिन्हें निकाय कहा जाता है.

2. विनय पिटक-  इसमें बौद्ध मठ जहां बौद्ध भिक्षु याद करते थे, इसमें बौद्ध मठ या बौद्ध संघ से संबंधित नियम है.

3. अभी धम्म पीटक- इसमें बौद्ध धर्म का दर्शन है.

* अन्य प्रमुख बौद्ध ग्रंथ- मिलिंदपन्हो- इसमें यूनानी शासक मिनांडर मिलिंद एवं बौद्ध भिक्षु नाग सेन के बीच प्रश्नोत्तर है.

 ललित विस्तार- यह सांस्कृतिक में लिखित पहला बौद्ध ग्रंथ है.

 बुद्ध चरित्र-  इसकी रचना अश्वघोष ने की है, बुद्ध चरित्र को बौद्ध धर्म का महाकाव्य कहा जाता है, यह संस्कृत में लिखा गया है.

        जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म में सामान्यता और और असामान्यता है-

1. सामान्यता- दोनों के प्रवर्तक क्षत्रिय थे, दोनों ने वेद एवं ईश्वर को नहीं मानते थे. दोनों ने अपना उपदेश जन भाषा में दिया था (प्रकृति या पाली भाषा) दोनों पूर्व जन्म में विश्वास करते थे.

2. असामान्यता- जैन धर्म अहिंसा परमो धर्म से अधिक जोड़ देता है, जबकि जैन धर्म में काया क्लेश को उत्तम बताया गया है जबकि बौद्ध धर्म में मध्यम मार्ग को बौद्ध धर्म जैन धर्म की अपेक्षा ज्यादा प्रसिद्ध हुआ है, जैन धर्म केवल भारत में प्रसिद्ध फला फूला, जबकि बौद्ध धर्म का विस्तार भारत के बाहर में भी हुआ.

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