Ancient History Notes in Hindi
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चंद्रगुप्त द्वितीय
* समुद्रगुप्त के बाद चंद्रगुप्त द्वितीय शासक बना.
* चंद्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य समुद्रगुप्त का पुत्र था.
* चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक था.
* चंद्रगुप्त द्वितीय का काल भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग कहा जाता है.
* कुछ इतिहासकारों का मानना है कि समुद्रगुप्त के बाद उसका बड़ा पुत्र राम गुप्त शासक बना.
* लेकिन राम गुप्त एक आयोग शासक था इसलिए राम गुप्त को मारकर उसका छोटा भाई चंद्रगुप्त द्वितीय शासक बना.
* लेकिन राम गुप्त का शासक बनना संदिग्ध है.
* विक्रमादित्य ने पश्चिमी भारत के राज्य शासकों को पराजित कर गुप्त साम्राज्य का विस्तार किया.
* विक्रमादित्य ने या चंद्रगुप्त द्वितीय ने शको को पराजित करने के उपलक्ष में पहली बार चांदी का सिक्का चलाया.
* अर्थात चांदी का सिक्का चलाने वाला चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश का पहला शासक था.
* चंद्रगुप्त द्वितीय को देवराज या देवगुप्त या देवश्री के नाम से भी जाना जाता है.
* चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपनी पुत्री प्रभावती गुप्ता का विवाह महाराष्ट्र के प्रमुख ब्राह्मण राजवंश वाकाटकों से किया था.
* वाकाटकों से संबंध के कारण ही चंद्रगुप्त द्वितीय ने मगध की राजधानी पाटलिपुत्र से उज्जैन स्थानांतरित किया.
* प्रसिद्ध चीनी यात्री फाह्यान चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में ही पाटलिपुत्र आया था.
* फाह्यान ने तत्कालीन भारत की सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक स्थिति का विस्तार से वर्णन किया है.
* चंद्रगुप्त द्वितीय ने सबको की शक्ति पूर्ण उन्मूलन किया.
* चंद्रगुप्त द्वितीय के राज दरबार में बहुत सारे विद्वान रहते थे.
* इनमें प्रमुख थे- कालिदास, अमर सिंह( अमरकोश पुस्तक लिखा), धनवंतरी (चिकित्सक), आर्यभट्ट (गणितज्ञ), वारानिहीर आदि.
* चंद्रगुप्त द्वितीय का काल साहित्य एवं ज्ञान विज्ञान के विकास का महत्वपूर्ण काल था.
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