Bpsc gk notes in hindi
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* भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन गरमपंथियों के प्रभावाधीन आया-
(A) 1906 के बाद
(B) 1909 के बाद
(C) 1914 के बाद
(D) 1919 के बाद
नोट्स- 1906 ई. में सम्पन्न कलकत्ता कांग्रेस अधिवेशन के दौरान नरम एवं गरम दल में अत्यधिक मतभेद उत्पन्न हो गया। गरम दल के समर्थक जहाँ लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते थे। वहीं उदारवादी इसका प्रबल विरोध कर रहे थे। इसी गतिरोध के बीच दादा भाई नौरोजी को इंगलैण्ड से बुलाकर उन्हें कांग्रेस के उस कलकत्ता अधिवेशन का अध्यक्ष चुन लिया गया। लेकिन यह गतिरोध दादा भाई नौरोजी ने नेतृत्व की कुशलता के चलते यद्यपि दब गया। किन्तु अगले वर्ष 1907 ई. में सम्पन्न सूरत अधिवेशन में कांग्रेस के गरम दल और नरम दल के रूप में विभाजन हो गया। गरम दल इस अधिवेशन में चार प्रस्ताव पारित कराने में सफल रहा। इसलिए इस प्रश्न का सही उत्तर 1906 के बाद ही होगा।
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