Medieval History Notes in Hindi

Medieval History Notes in Hindi

                               Medieval History Notes in Hindi

                                              बहमनी साम्राज्य

* मोहम्मद तुगलक के समय में दक्षिण भारत में विदेशी अमीरो (अमीर-ए-सदाह) ने विद्रोह कर दिया.

* तथा हसनगंगू उर्फ जफ्फर खां ने 1347 ई. में अबुल हसन मुजफ्फर अलाउद्दीन बहमन शाह के नाम से स्वयं को सुल्तान घोषित कर दिया एवं बहमनी राज्य की स्थापना की.

* बहमन शाह ने गुलबर्गा को अपनी राजधानी बनाया तथा अपने राज्य को चार प्रांतों में बांटा, जिनकी राजधानियां क्रम से गुलबर्गा, दौलताबाद, बरार और बीदर थी.

* बहमन शाह की मृत्यु के पश्चात उसका पुत्र मोहम्मद शाह प्रथम गद्दी पर बैठा.

* मोहम्मद शाह प्रथम के समय से रायचूर दोआब (कृष्ण एवं तुंगभद्रा नदी का क्षेत्र) को लेकर बहमनी और विजयनगर साम्राज्य के बीच अंतहिन् युद्ध की शुरुआत हुई.

* ताजुद्दीन फिरोज शाह ने एक नई नगर फिरोजाबाद की स्थापना की थी.

* तथा इसने देवराय प्रथम को पराजित किया था तथा देवराय प्रथम ने अपनी पुत्री की शादी फिरोजशाह से कर दी, इसलिए इस युद्ध को बेटी के युद्ध के नाम से भी जाना जाता है.

* सिहाबुद्दीन अहमद प्रथम ने अपनी राजधानी को गुलबर्गा से हटाकर बीदर में स्थापित की.

* तथा उसने बीदर का नाम नया नाम मोहम्मदाबाद लिखा.

* अलाउद्दीन हुमायूं ने मोहम्मद गवा को अपना प्रधानमंत्री नियुक्त किया.

* महमूद गवा परसिया, भारत, ईरान का निवासी था.

* हुमायूं को उसकी क्रूरता के लिए जालिम के नाम से पुकारा जाता है.

* मोहम्मद शाह तृतीय के समय महमूद गवा का हत्या कर दिया गया.

* महमूद गवा ने विदर में एक विद्यालय की स्थापना की थी.

 राज्य                                      वंश                           संस्थापक                वर्ष

 बीजापुर कर्नाटक                   आदिलशाही               युसूफ आदिलशाह        1489 ई.

 अहमदनगर महाराष्ट्र              निजामशाही               मलिक अहमद                1490 ई.

 बरार सबसे पहले महाराष्ट्र      इमाद शाही             फतेह उल्लाह इमाद शाह     1489 ई.

 गोलकुंडा आंध्र प्रदेश         कुतुब शाही                 कुली कुतुब शाह                  1512 ई.

 विदर महाराष्ट्र                      बरीद शाही            अमीर अल्ली बरीद                  1526 ई.

* कुछ समय पश्चात बरार को अहमदनगर ने तथा बीदर को बीजापुर ने अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया.

* इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय  आदिलशाही वंश का एक धार्मिक एवं सहिष्णुता तथा उसने 1618 से 1619 ई. में बीदर को जीतकर बीजापुर में मिला लिया.

* गरीबों के प्रति उदार दृष्टिकोण रखने के कारण इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय को अबला बाबा एवं विद्वानों को संरक्षण देने के कारण जगतगुरु की उपाधि दी गई थी.

* इसके द्वारा एक प्रसिद्ध पुस्तक किताब-ए-नौरस की रचना की गई.

* तथा नौरस नामक एक शहर की स्थापना भी की गई.

* इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय के शासनकाल में ही मोहम्मद कासिम जो फरिश्ता के नाम से प्रसिद्ध था, ने तारीफ-ए-फरिश्ता नामक पुस्तक लिखा.

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