Ancient History Notes in Hindi

Ancient History Notes in Hindi

                               Ancient History Notes in Hindi

                          सिंधु घाटी की सभ्यता :

* सिंधु घाटी की सभ्यता भारत की प्राचीनतम नदी घाटी सभ्यता थी, यह एक नगरीय सभ्यता भी थी।
* सिंधु घाटी सभ्यता की जानकारी हड़प्पा के उत्खनन के बाद मिली ।
* हड़प्पा के टिले का सर्वप्रथम उल्लेख 1826 ई. में चार्लस मैसन ने किया था ।
* 1853 ई. मे जनरल कनिघम ने इस टिले का सर्वेक्षण किया और उन्होंने बताया की यह एक प्राचीन टीला है।
जनरल कनिघम को भारतीय पुरातत्व का पिता कहा जाता है।
* सिंधु घाटी सभ्यता के प्रथम नगर हड़प्पा का उत्खनन 1921 ई० मे दयाराम साहनी ने कराया था.
* उस समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के महानिदेशक सर जॉन मार्शल थे।
* इसके तुरंत बाद 1922 ई० में सिंधु घाटी सभ्यता का एक अन्य नगर मोहनजोदरो का उत्खनन किया
गया, मोहनजोदरों का उत्खनन रखाल दास बनर्जी ने कराया.
* इन उत्खननो के बाद भारतीय इतिहास का स्वरूप पूरी तरह बदल गया ।

                       सिंधु घाटी सभ्यता का नामकरण

* सिंधु घाटी सभ्यता के प्रारंभिक स्थल सिंधु और उसकी सहायक नदियों के किनारे मिले इसीलिए इस
सभ्यता का नाम – सिंधु घाटी की सभ्यता रखा गया.
* लेकिन बाद में बहुत सारे पुरास्थल अन्य नहीं, घाटीयों में भी मिलने लगे तब सिंधु घाटी नाम पर प्रश्न
चिह्न खड़ा हो गया.
* ऐसे में पुरातत्व की परम्परा के अनुसार प्रथम उत्खनित स्थल के नाम पर इस सभ्यता का नाम हड़प्पा
सभ्यता रखा गया ।
* हड़प्पा सभ्यता ही इसका उपयुक्त नाम हैं।

सिंधु घाटी सभ्यता का काल करम

* सिंधु घाटी की सभ्यता आध्यऐतिहासिक काल की सभ्यता है.
* सिंधु घाटी की सभ्यता कांस्यकालिन या कांस्ययुगीन सभ्यता है।
* C14 विधी से या Carbondating के अनुसार इस सभ्यता का कालकर्म 2350 ई.पू. से 1750 ई.पू.
तक का था.

                        सिंधु घाटी सभ्यता की स्थिति

* सम्पूर्ण सैन्धव सभ्यता का क्षेत्रफल- 12,15,000 वर्ग किलो मीटर क्षेत्र मे था ।
* इस सभ्यता का आकार विस्तार त्रिभुजाकार था.
* सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे उतरी पुरास्थल मांडा (जम्मूकाशमीर) मे, सबसे दक्षिणी पुरास्थल (दायमाबाद (महाराष्ट्र), सबसे पश्चिमी पुरास्थल सुतकागेनडोर (बलुचिस्तान, पाकिस्तान), सबसे पूर्वी पुरास्थल आलमगीरपुर (मेरठ, U.P) है.
नोट्स- सबसे दक्षिणी पुरास्थल दायमाबाद (महाराष्ट्र) नहीं रहने पर भगतराव (गुजरात) उत्तर दे सकते हैं.

                सिंधु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल एवं उनकी स्थिति :-

स्थल का नाम-        नदी-               उत्खननकर्ता                 वर्ष                   वर्तमान स्थिति
हड़प्पा –                  रावी-               दयाराम सहनी –           1921ई.          मांटगोमरी,पा.क.(पंजाब प्रान्त)
मोहनजोदरो –          सिंधु-              रखालदास बनर्जी-          1922ई.          लड़काना/सिन्धु/पा.क.
चनहूदरों                सिंधु                अरनेस्ट मैके                  1943ई.         सिंध/ पा.क.
रोपर                    सतलज-            यज्ञदत शर्मा              1953-1956ई.      रूप नगर/पंजाब/भारत
कालीवंगा             घंग्घोर     B.B लाल (बृज बिहारी लाल)     1953 ई०             श्रीगंगा नगर/राजस्थान/भारत
लोथल                 भोगवा                 रंगनाथ राव               1957-1958ई.      अहमराबाद/जिला- गुजरात/भारत
सुत्कागेनडोर        ताश्क             ऑरेल आइंस्टाइन           1927ई.                दक्षिणी बलुचिस्तान/पाकिस्तान
आलमगीरपुर       हिंडन              यज्ञदत्त शर्मा                   1958ई.               मेरठ/ जिला- उत्तर प्रदेश
रंगपुर                 मादर                    रंगनाथ राव              1953-54ई.           काठिपा/ जिला- गुजरात
धौलाविरा     (कक्ष के रेगिस्तान)          R-S विस्ट                1990-91ई.           कक्ष/जिला- गुजरात
                                                (रविन्द्र सिंह विस्ट)
कोटदीजी          सिंधु            f.A.khan फजल अहमद खा    1935ई.              सिंध/पाकिस्तान

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