Bpsc gk notes in hindi-51

Bpsc gk notes in hindi-51

                             Bpsc gk notes in hindi-51

* पानीपत के युद्ध में बाबर को जीत हासिल करने का मुख्य कारण क्या था ?

(A) उसकी घुड़सवार सेना
(B) उसकी सैन्य कुशलता
(C) तुलुगमा प्रथा
(D) अफगानों की आपसी फूट
नोट्स- पानीपत का प्रथम युद्ध दिल्ली के सुल्तान इब्राहीम लोदी एवं बाबर के मध्य लड़ा गया। 12 अप्रैल,
1526 ई. को दोनों सेनाएं पानीपत के मैदान में आमने-सामने हुई पर दोनों के मध्य युद्ध का आरम्भ 21
अप्रैल को हुआ। ऐसा माना जाता है कि इस युद्ध का निर्णय दोपहर तक ही हो गया। युद्ध में इब्राहीम लोदी
बुरी तरह परास्त होने के साथ ही मार दिया गया। बाबर ने अपनी कृति ‘बाबरनामा’ में इस युद्ध को जीतने
में मात्र 12000 सैनिकों के उपयोग का जिक्र किया है। इस युद्ध में बाबर ने पहली बार तुलुगमा युद्ध नीति
एवं तोपखाने का प्रयोग किया । पानीपत के युद्ध में ही बाबर ने अपने दो प्रसिद्ध निशानेबाज उस्ताद अली
एवं मुस्तफा की सेवाएं ली।

* जब्ती प्रणाली किसकी उपज थी ?

(A) गयासुद्दीन तुगलक
(B) सिकन्दर लोदी
(C) शेरशाह
(D) अकबर
नोट्स- मुगल शासक अकबर ने राजस्व प्राप्ति के लिए ‘जब्ती प्रणाली’ की शुरूआत की थी।

* जवाबित का संबंध किससे था ?

(A) राज्य के कानून से
(B) मनसब प्रणाली को नियंत्रण करने वाले कानून
(C) टकसाल से सम्बंधित कानून
(D) कृषि से सम्बंधित कर
नोट्स- जवाबित का आशय राज्य के कानून (लॉ ऑफ स्टेट) से है। जब कोई शासक देश काल
परिस्थिति के अनुसार प्रशासनिक सुविधाओं के लिए कोई कानून बनाता है तो वह कानून जवाबित
कहलाता है।

* ईरान के शाह और मुगल शासकों के बीच झगड़े की जड़ क्या थी ? 

(A) काबुल
(B) कन्धार
(C) कुन्टूज
(D) गजनी
नोट्स- ईरान के शाह और मुगल शासकों के बीच झगड़े की जड़ कन्धार था। जहांगीर ने ईरान से भारत
का सिंहद्वार कहे जाने वाले तथा व्यापार एवं सैनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रान्त कन्धार को जोता था। लेकिन
1621 ई. में ईरान के शाह अब्बास ने इसे बुद्ध द्वारा जीत लिया। 1622 ई में खुर्रम (शाहजहा) के विद्रोह
के कारण जहांगीर के समय ही कन्धार मुगलों के हाथ से निकल गया।

* ‘दो-अस्पा, सिह-अस्पा’ प्रथा किसने शुरू की थी ?

(A) अकबर
(B) जहाँगीर
(C) शाहजहाँ
(D) औरंगजेब
नोट्स- जहांगीर ने मनसबदारी व्यवस्था में कुछ परिवर्तन करते हुए सवार पद में दो-अस्पा एवं सिंह-
अस्पा की व्यवस्था की। दो-अस्था में मनसबदारों को निर्धारित संख्या में घुड़सवारों के साथ उतने ही
 कोतल (अतिरिक्त) घोड़े रखने होते थे, जबकि सिंह-अस्पा में मनसबदारों को दुगुने कोतल घोड़े
रखने पड़ते थे।

* महाराष्ट्र में रामोसी कृषक जत्या किसने स्थापित किया था ?

(A) न्यायमूर्ति राणाडे
(B) गोपाल कृष्ण गोखले
(C) बासुदेव बलवन्त गड़के
(D) ज्योतिबा फूले
नोट्स- महाराष्ट्र में रामोसी कृषक जत्था को वासुदेव बलवन्त फड़के ने 1879 ई. में स्थापित किया।
रामोसी किसानों ने जमीदारों के अत्याचार के विरुद्ध विद्रोह किया।

* 1878 का वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट किसने रद्द कर दिया था ?

(A) लार्ड रिपन
(B) लार्ड लिटन
(C) लार्ड कर्जन
(D) लार्ड मिन्टो
नोट्स- 1878 ई. का वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लॉर्ड रिपन ने 1882 ई. में रद्द कर दिया। 1878 ई. में
लिटन ने वर्नाक्यूलर प्रेस अधिनियम पारित कर भारतीय समाचार पत्रों पर कठोर प्रतिबन्ध लगा
दिया था। इस एक्ट के अन्तर्गत अनुचित प्रकाशन को रोकने के लिए मजिस्ट्रेटों को व्यापक
अधिकार मिल गया था ।

* अमेरिका में ‘फ्री हिन्दुस्तान’ अखबार किसने शुरू किया था ?

(A) रामनाथ पुरी
(B) जी. डी. कुमार
(C) लाला हरदयाल
(D) तारकनाथ दास
नोट्स- अमेरिका में तारकनाथ दास द्वारा ‘फ्री हिन्दुस्तान’ नामक अखबार शुरू किया गया था।

* गदर क्रांति छिड़ने का सबसे महत्त्वपूर्ण कारण था

(A) लाला हरदयाल की गिरफ्तारी
(B) कामागाटामारू घटना
(C) प्रथम महायुद्ध शुरू
(D) करतार सिंह सराभा को फांसी
नोट्स- 1914 ई. में घंटे इस प्रकरण के अन्तर्गत कनाडा सरकार ने उन भारतीयों पर कनाडा में घुसने
पर प्रतिबन्ध लगा दिया जो भारत से सीधे कनाडा न आया हो । उस समय नौ परिवहन इतना विकसित
नहीं था कि किसी एक नौका से इतनी दूर की यात्रा बगैर किसी पड़ाव के तय की जा सकें। परन्तु 1913
ई. में कनाडा के उच्चतम न्यायालय ने अपने एक निर्णय के अन्तर्गत ऐसे 35 भारतीयों को देश में घुसने
का अधिकार दिया, जो सीधे भारत से नहीं आये थे। इस निर्णय से उत्साहित होकर भारत के गुरदत्त सिंह
ने कामागाटामारू नामक एक जहाज को किराये पर लेकर उन 376 यात्रियों को बैठा कर कनाडा के
बन्दरगाह बैंकूवर ओर प्रस्थान किया । तट पर पहुँचने के पश्चात् कनाडा की पुलिस ने भारतीयों की
घेराबन्दी कर उन्हें देश में घुसने से मना किया। भारत की ब्रिटिश सरकार ने जहाज को सीधे कलकत्ता
लाने का आदेश दिया। जहाज के बजबज पहुँचने पर यात्रियों एवं पुलिस के मध्य झड़पें हुई.

* अवध के एका आंदोलन का उद्देश्य क्या था ?

(A) सरकार को लगान देना बन्द करना
(B) जमींदारों के अधिकारों की रक्षा करना
(C) सत्याग्रह की समाप्ति
(D) खरीफ और रबी के समय सरकार को लगान बराबर देना
नोट्स- अवध का एका आन्दोलन सन् 1920 ई. में मदारी पासी के नेतृत्व में लगान में बढ़ोत्तरी के विरुद्ध
हुआ था जो अवध के बाराबंकी, हरदोई, बहराइच, सीतापुर इत्यादि क्षेत्रों में विस्तृत था। इस आन्दोलन में
छोटे जमींदार भी शामिल हुए थे 1 इस समय लगान की दर 50% से अधिक पहुँच गयी थी। चूँकि इस
आन्दोलन के नेतृत्वकर्ता पिछड़ी जाति के मदारी पासी एवं कुछ ऐसे नेताओं ने किया, जो कांग्रेस या
खिलाफत नेताओं के आन्दोलन के प्रति पूर्णत: प्रतिबद्ध नहीं थे। परिणामत: इस आन्दोलन से राष्ट्रवादी
नेता अलग-थलग पड़ गए। सरकार ने मार्च 1922 तक इस आन्दोलन को कुचल दिया। एका आन्दोलन
अन्य किसान आन्दोलनों से अलग था, क्योंकि इसमें काश्तकारों के साथ-साथ छोटे जमींदार भी शामिल
थे ।

* आई. एन. ए. किसके दिमाग की उपज थी और किसने इसकी स्थापना की ?

(A) सुभाषचन्द्र बोस
(B) डा. मोहन सिंह
(C) चन्द्रशेखर आजाद
(D) भगत सिंह
नोट्स- आजाद हिन्द फौज (INA) की योजना कैप्टन मोहन सिंह के मन में मलाया में आयी। वे आजाद हिन्द
फौज के संस्थापक सेनापति भी थे । जापानी सेना के अफसर मेजर फूजीहारा तथा सिख साधु ज्ञानी प्रीतम
सिंह की सलाह पर मोहन सिंह ने सिंगापुर कब्जे के बाद बन्दी बनाए गए 40,000 युद्धबन्दियों को लेकर
आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। जिसका उद्देश्य भारत को मुक्ति दिलाना था ।

Amazon Today Best Offer… all product 25 % Discount…Click Now>>>>

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *