Bpsc gk notes in hindi-50

Bpsc gk notes in hindi-50

                             Bpsc gk notes in hindi-50

* सिंधु सभ्यता निम्नलिखित में से किस काल में पड़ता है ?

(A) ऐतिहासिक काल
B) प्रागैतिहासिक काल
(C) उत्तर ऐतिहासिक काल
(D) आदि-ऐतिहासिक काल
नोट्स- सिन्धु सभ्यता आय-ऐतिहासिक युग में पड़ता है। सिन्धु घाटी सभ्यता को आजकल हडप्पा संस्कृति
के नाम से पुकारा जाता है। यह शहरी सभ्यता थी तथा यह 2500 ई.पू. से 1500 ई. पू. तक विकसित हुई।

 * बोगाज कोई का महत्त्व इसलिए है कि-

(A) वहाँ जो अभिलेख प्राप्त हुए हैं उनमें वैदिक देवी एवं देवताओं का वर्णन मिलता है
(B) मध्य एशिया एवं तिब्बत के बीच एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र के रूप में जाना जाता है
(C) वेद के मूल ग्रंथ की रचना यहीं हुयी थी
(D) उपरोक्त में से कोई नहीं
नोट्स- एशिया माइनर में बोगाजकोई नामक स्थान पर लगभग ईसा पूर्व 1400 का संधि पत्र अभिलेख
मिला है, इसमें इन्द्र, मित्र, वरुण और नासत्य आदि वैदिक देवताओं के नाम दिए गए हैं।

* गायत्री मंत्र किस पुस्तक में मिलता है ?

(A) उपनिषद्
(B) भागवतगीता
(C) ऋग्वेद
(D) यजुर्वेद
नोट्स- सविता (सूर्य) देवता की स्तुति में रचा गया गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तृतीय मंडल में उल्लिखित है।
ऋग्वेद आर्यों का प्राचीनतम् और पवित्रतम् ग्रन्थ है। ऋग्वेद में देवताओं की स्तुतियों का उल्लेख है, इसमें
10 मण्डल, 1028 सूक्त तथा 10580 ऋचाएं हैं। ऋग्वेद के तृतीय मण्डल के रचयिता विश्वामित्र हैं। प्रसिद्ध
गायत्री मंत्र इसी मण्डल में हैं।

* आजीविक सम्प्रदाय के संस्थापक कौन थे ?

(A) उपाली
(B) आनंद
(C) रघुलाभद्र
(D) आन्तरिक व्यापार का महत्त्वपूर्ण
नोट्स- आजीवक सम्प्रदाय के संस्थापक मक्खलिपुत्त गोशाल थे, इनके अनुयायी आजीवक के नाम से
जाने जाते हैं। इस सम्प्रदाय के लोग कर्म सिद्धान्त एवं मानव प्रयत्न में विश्वास नहीं करते हैं। मक्खलिपुत्त
गोशाल महावीर के साथी थे और नियतिवाद और जैन धर्म में उनकी आस्था थी। यह सम्प्रदाय मौर्यकाल
में लोकप्रिय हुआ। आजीवकों का उल्लेख पतंज्जलि ने भी किया है। महावीर से श्रावस्ती में वाद-विवाद
के बाद 487 ई. पू. में मक्खलिपुत्त गोशाल की मृत्यु हुई थी ।

* भागवत सम्प्रदाय के विकास में किसका देन अत्यधिक था ?

(A) पर्शियन
(B) हिन्द-यूनानी लोग
(C) कुषान
(D) गुप्ता
नोट्स- भारत में भागवत धर्म (वैष्णव धर्म) का चरमोत्कर्ष चौथी-पांचवीं शताब्दी में गुप्तों के शासन काल
में हुआ। वैष्णव धर्म को गुप्त शासकों ने राजधर्म बनाया तथा देवगढ़ (झांसर), भितरगाँव (कानपुर) एवं
तिगवाँ (जबलपुर, म.प्र.) में प्रसिद्ध विष्णु मंदिरों का निर्माण कराया । गुप्त राजाओं ने ‘परम भागवत’ की
उपाधि धारण की तथा अपने सिक्कों में विष्णु के वाहन गरुड़ की आकृति खुदवाई। गुप्तयुग में ही वैष्णव
धर्म का प्रचार-प्रसार भारत से बाहर चीन, •पूर्वी एशिया, हिन्द चीन, कम्बोडिया, मलाया एवं इण्डोनेशिया
तक हुआ। गुप्तों के पूर्व हिन्दयवन शासक एण्टियालकिड्स के राजदूत हेलियोडोरस ने विदिशा में ‘गरुड़
ध्वज’ की स्थापना की तथा स्वयं को ‘परम भागवत्’ घोषित किया था ।

* किस अभिलेख से यह साबित होता है कि चन्द्रगुप्त का प्रभाव पश्चिम भारत पर फैला हुआ था

(A) कलिंग अभिलेख
(B) अशोक का गिरनार अभिलेख
(C) रुद्र दमन का जूनागढ़ अभिलेख
(D) अशोक का सोपारा अभिलेख
नोट्स- रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख से यह विदित होता है कि वहां पर चन्द्रगुप्त मौर्य का प्रभाव था।
उसी के अभिलेख से पता चलता है कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने राज्यपाल पुष्यगुप्त वैश्य की सहायता से
यहां पर सुदर्शन झील का निर्माण कराया था।

* केवल वह स्तंभ जिसमें अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया है। 

(A) मस्की का लघु स्तंभ
(B) रूमिनदेयी स्तंभ
(C) कीन स्तंभ
(D) भाबा स्तम्भ
नोट्स- अशोक ने भबू वैराट अभिलेख में स्वयं को देवानाम् पियंदसिनो लाजिनों मागधो कहा है, जिसका
अर्थ देवताओं के प्रियदर्शी राजा मगध हैं। इस अभिलेख के अनुसार अशोक ने बुद्ध द्वारा प्रतिपादित त्रिरत्न
अर्थात् बुद्ध धम्म तथा संघ के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की थी ।

* उस स्रोत का नाम बतलाइए जो प्राचीन भारत के व्यापारिक मार्गों पर मौन है ?

(A) संगम साहित्य
(B) मिलिंदपुन्हा
(C) जातक कहानियाँ
(D) उपरोक्त सभी
नोट्स- मिलिन्दपन्हो एक पालि ग्रंथ है, जिसमें हिन्द-यवन शासक मिनांडर और बौद्ध भिक्षु नागसेन के मध्य
वार्तालाप का वर्णन किया गया है। इसमें व्यापारिक मार्गों का उल्लेख नहीं है। जातक ग्रंथ और संगम साहित्य
में व्यापारिक मार्गों का विशद उल्लेख प्राप्त होता है।

* किस काल में अछूत की अवधारणा स्पष्ट रूप से उद्धत हुई ?

(A) ऋग्वैदिक काल में
(B) उत्तर- वैदिक काल में
(C) उत्तर-गुप्तकाल में
(D) धर्म शास्त्र के समय में
नोट्स- उत्तर-वैदिक काल तक समाज स्पष्ट रूप से चारवर्णों में विभाजित हो चुका था। ये चार वर्णथे- ब्राह्राण,
क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र । इस काल मेंवर्ण व्यवस्था कर्म पर आधारित न रहकर जातिपर आधारित हो गयी। उत्तर-
वैदिक काल मेंयज्ञोपवीत संस्कार का अधिकार शूद्रों कोनहीं था ।

* किस सुल्तान के काल में खालिसा भूमि अधिक पैमाने में विकसित हुई ?

(A) गयासुद्दीन बलबन
(B) अलाउद्दीन खिलजी
(C) मुहम्मद बिन तुगलक
(D) फिरोज शाह तुगलक
नोट्स- सल्तनतकालीन खिलजी वंश के महान शासक अलाउद्दीन खिलजी को उसके शासन एवं आर्थिक
सुधारों के लिए भी महत्व दिया जाता है। इस क्रम में उसने अपने राजस्व सुधारों के अन्तर्गत सर्वप्रथम मिल्क
इनाम एवं वक्फ के अन्तर्गत प्रदत्त भूमि को वापस लेकर उसे खालसा भूमि में बदल दिया।

* ‘बारहमासा’ की रचना किसने की थी ?

(A) अमीर खुसरो
(B) इमामी
(C) मलिक मोहम्मद जायसी
(D) रसखान
नोट्स- मलिक मुहम्मद जायसी ने ‘पद्मावत’ में रानी पद्मावती के विरह वियोग का वर्णन ‘बारहमासा’ के
रूप में किया है।

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