Modern History Notes in Hindi

Modern History Notes in Hindi

                          Modern History Notes in Hindi

                                      रंजीत सिंह

* रंजीत सिंह का जन्म 2 नवंबर 1780 ई. को सुकर चकिया मिशल के मुखिया महासिंह के घर हुआ.

* 1805 ई. में रंजीत सिंह ने अमृतसर को भंगी मिशल से छीन लिया तथा इसे अपनी धार्मिक राजधानी बनाया तथा लाहौर को रंजीत सिंह ने अपनी राजनीतिक राजधानी बनाया.

* 1809 ई. में अमृतसर की संधि पंजाब के शासक रंजीत सिंह और चाल्स मेट कॉफ़ के बीच लॉर्ड मिंटो प्रथम के शासनकाल में हुई.

* इस संधि के तहत रंजीत सिंह ने सतलज के पार (दक्षिण) के प्रदेशों पर अंग्रेजों का अधिकार स्वीकार कर लिया.

* शाहशुजा ने काबुल का राज्य प्राप्त करने के लिए रंजीत सिंह से सहायता मांगी तथा उसने उन्हें कोहिनूर (कोह-ए-नुर) हीरा भेंट किया.

* अक्टूबर 1831 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिग महाराजा रंजीत सिंह से रोपण में मिला और दोनों दलों ने मित्रता के प्राण किए.

* महाराजा ने जब सिंध को जितने और बांटने का प्रस्ताव रखा तो लॉर्ड विलियम बेंटिग ने इस विषय पर बात करना स्वीकार नहीं किया.

* रंजीत सिंह ने एक विशेष आदर्श सेना जिसे फ़ौज-ए-खास कहते थे का गठन 1822 ई. में जनरल बन्तुरा, अलार्ड कोर्ट, गार्डनर तथा एविटेबल नामक फ़्रांसिसी अधिकारियों की सहायता से किया.

* फकीर अजीजुद्दीन जो रंजीत सिंह का विदेश मंत्री था, से जब एक अंग्रेज अफसर ने पूछा कि रंजीत सिंह कौन-सी आंख से कान्हा है, तो उसने उत्तर दिया कि “उसकी आकृति इतनी तेजमय है कि मैं तो आज तक उसे देखकर पता ही न कर सका”.

* विक्टर जाकमा जो एक फ़्रांसिसी पर्यटक था उसने रंजीत सिंह की तुलना नेपोलियन बोनापार्ट की है.

* 1839 ई. में पक्षाघात के कारण रंजीत सिंह की मृत्यु हो गई.

* रंजीत सिंह ने अपनी सरकार को सरकार-ए-खालसाजी कहा तथा गुरु नानक एवं गुरु गोविंद सिंह के नाम के सिक्के चलाए.

* रंजीत सिंह के मृत्यु के पश्चात उसका पुत्र खड़ग सिंह गद्दी पर बैठा तथा ध्यान सिंह उसका वजीर बना.

* 1840 ई. में खड़ग सिंह की मृत्यु के पश्चात क्रमश: नौनिहाल सिंह तथा शेर सिंह पंजाब के शासक बने.

* 1845-1846 ई. में लॉर्ड हार्डिंग प्रथम के शासनकाल में प्रथम आंग्ल सिख युद्ध लड़ा गया था.

* 9 मार्च 1846 ई. को अंग्रेजों ने सिखों को लाहौर की संधि पर हस्ताक्षर करने को वाध्य किया.

* इस संधि के तहत अल्प वयस्क दलीप सिंह को महाराजा स्वीकार किया गया तथा रानी जिंदा उसकी संरक्षिका बनी तथा लाल सिंह को वजीर नियुक्त किया गया.

* लॉर्ड डलहौजी के समय दूसरे आंग्ल सिख युद्ध 1848 से 1849 के पश्चात पंजाब का अंग्रेजी साम्राज्य में विलय कर लिया गया.

* स्वतंत्र पंजाब राज्य का संस्थापक रंजीत सिंह को माना जाता है या पंजाब का प्रथम शासक राजा, महाराजा रंजीत सिंह को ही माना जाता है.

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