Modern History Notes in Hindi
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Modern History Notes in Hindi
लॉर्ड लिटन 1876 ई. से 1880 ई. तक
* लॉर्ड मेयो के पश्चात लॉर्ड नॉर्थब्रुक (1872 ई. से 1876 ई.) भारत का वायसराय बना तथा इसके पश्चात 1876 ई. में लॉर्ड लिटन भारत का वायसराय बना.
* लॉर्ड लिटन एक विख्यात कवि उपन्यासकार और निबंध लेखक था तथा साहित्य जगत में ओवन मैरिडित के नाम से प्रसिद्ध था.
* लॉर्ड लिटन के समय में 1876 से 1878 ई. में पड़े भयंकर अकाल की जांच के लिए एस्ट्रेची आयोग(1877) का गठन किया गया.
* जिसने प्रत्येक प्रांत में एक अकाल कोष के गठन का सुझाव दिया.
* लॉर्ड लिटन के समय में 1 जनवरी 1877 ई. को दिल्ली में एक वैभवशाली शाही दरबार का आयोजन किया गया जिसे दिल्ली दरबार के नाम से जाना जाता है.
* इस दरबार के दौरान ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया को कैशर-ए-हिंद की उपाधि से विभूषित किया गया.
* लॉर्ड लिटन ने 1878 ई. में भारतीय भाषा समाचार पत्र अधिनियम (वर्नाकुलर प्रेस एक्ट 1878) के द्वारा भारतीय भाषा में छपने वाले सभी समाचार पत्रों पर करे प्रतिबंध लगा दिए.
* लॉर्ड लिटन द्वारा इस अधिनियम का अवलंबन खासतौर से ईश्वर चंद्र विद्यासागर के समाचार पत्र सोमप्रकाश के विरुद्ध किया गया था.
* तथा अमृत बाजार पत्रिका में इस अधिनियम से बचाव के लिए रातो-रात अपने को अंग्रेजी समाचार पत्र में रूपांतरित कर लिया.
* अमृत बाजार पत्रिका के संपादक मोतीलाल घोष एवं सुशील कुमार घोष थे.
* भारतीय शस्त्र अधिनियम 1878 ई. (इंडियन आर्म्स एक्ट1878 ई.) के द्वारा लॉर्ड लिटन ने भारतीयों के लिए बिना लाइसेंस शस्त्र रखना तथा उसका व्यापार करना दंडनीय अपराध घोषित कर दिया.
* परंतु यूरोपियों, एंग्लो इंडियन एवं सरकार के कुछ विशेष अधिकारियों पर यह नियम लागू नहीं रखा गया.
* लॉर्ड लिटन के काल में आई.सी.एस.(ICS) परीक्षा की आयु 21 वर्ष से घटाकर 19 वर्ष कर दी गई.
* भारतीय जनपद सेवा(ICS) पास करने वाले प्रथम भारतीय 1864 ई. में सत्येंद्र नाथ टैगोर थे.
* लॉर्ड लिटन के काल में 1878 ई.-1880 ई. के बीच हुए द्वितीय अफगान युद्ध को काफी मूर्खतापूर्ण माना जाता है, जिससे लॉर्ड लिटन की काफी आलोचना हुई.
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