Modern History Notes in Hindi

Modern History Notes in Hindi

                            Modern History Notes in Hindi

                                बंगाल की द्वैद्व शासन प्रणाली 

* क्लाईब ने बंगाल की उलझन को सुलझाने के लिए कुख्यात द्वैद्व शासन प्रणाली का सहारा लिया।
* इसके तहत वास्तविक शक्ति तो कंपनी (अंग्रेजो) के पास थी परंतु प्रशासन का वास्तविक उत्तरदायित्व
नबाब के कंधों पर ही था.
* इस द्वैद्व शासन प्रणाली का जनक- लियो कार्डियश या कार्टिस को माना जाता है.
* फरवरी 1765 ई. में मिरजाफर के मृत्यु के पश्चात कंपनी ने नजमुदौला को नबाब बनने की अनुमति दे दी.
* परंतु कंपनी ने दिवानी के  कार्य के लिए दो उप दिवान बंगाल के लिए मुहम्मदरजा खां तथा बिहार के लिए
राजा सिताब राय को नियुक्त कर दिया.
* इस तरह समस्त दिवानी तथा निजामत का कार्य भारतीयों द्वारा ही चलता था लेकिन समस्त अधिकार कंपनी
के पास था।
* इसलिए इस द्वैद्व शासन प्रणाली को उत्तरदायित्वविहिन अधिकार तथा अधिकार विहीन उतरदायित्व के नाम
से भी जाना जाता  है.
* अर्थात इस द्वैद्व शासन प्रणाली में दो राजा या शासक थे :- कंपनी तथा नबाब
* 1765 ई. – 1772 ई. तक बंगाल में द्वैद्व शासन प्रणाली चलता रहा.
* 1763 ई. मे कोर्ट ऑफ डायरेक्टर ने ब्रिटिश सैनिको का दोहरा भत्ता बंद कर दिया था फीर भी क्लाईब के
आने तक पालन नहीं किया जाता था और अब वह सैनिकों के वेतन का भाग बन चुका था.
* 1766 ई. में क्लाईब ने इस दोहरे भत्ते को बंद कर दिया। इस भत्ता सम्बन्धी रोक को लेकर ब्रिटिश सैनिकों
ने विद्रोह कर दिया.
* इस विद्रोह को इतिहास में श्वेत विद्रोह के नाम से जाना जाता है, जिसे क्लाईब ने अपनी सुझबुझ से दबा दिया।

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