Upsc gk notes in hindi-22

Upsc gk notes in hindi-22

                             Upsc gk notes in hindi-22

* जलवायु कार्रवाई ट्रैकर (क्लाइमेट ऐक्शन ट्रैकर) जो विभिन्न देशों के उत्सर्जन अपचयन के लिए दिए गए वचनों की निगरानी करता है क्या है ?

(A) अनुसंधान संगठनों के गठबंधन द्वारा निर्मित डेटाबेस
(B) जलवायु परिवर्तन के अन्तर्राष्ट्रीय पैनल का स्कंध (विंग)
(C) जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढाँचा अभिसमय के अधीन समिति
(D) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम और विश्व बैंक द्वारा संवर्धित और वित्तपोषित एजेंसी
नोट्स- Climate Action Tracker एक वैज्ञानिक विश्लेषण है सरकारों के जलवायु कार्यों को ट्रैक करता
            है इसके बाद वह पेरिस समझौते के खिलाफ उपाय करता है यह दो संगठनों New Climate
            Institute और Climate Analytics के गठबन्धन द्वारा निर्मित डेटाबेस है.

* यदि वर्षावन और उष्णकटिबंधीय वन पृथ्वी के फेफड़े हैं, तो निश्चित ही आर्दभूमियाँ इसके गुर्दों की तरह काम करती हैं निम्नलिखित में से आर्द्रभूमियों का कौनसा एक कार्य उपर्युक्त कथन को सर्वोत्तम रूप से प्रतिबिंबित करता है ?

(A) आर्द्धभूमियों के जल चक्र में सतही अपवाह अवमृदा अंतःस्रवण और वाष्पन शामिल होते हैं
(B) शैवालों से वह पोषक आधार बनता है जिस पर मत्स्य, (क्रश्टेशिआई) मृदुकवची (मोलस्क) परुषकवची
      पक्षी, सरीसृप और स्तनधारी फलते-फूलते हैं
(C) आर्दभूमियों/ अवसाद संतुलन और मृदा स्थिरीकरण बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं
(D) जलीय पादप भारी धातुओं और पोषकों के आधिक्य को अवशोषित कर लेते हैं.
नोट्स- मानव शरीर में गुर्दों का कार्य रक्त को शुद्ध करके निष्प्रयोज्य पदार्थों को बाहर निकालना
           होता है. इसी प्रकार आर्द्राभूमियाँ सतह के अपवाह को रोककर, जैविक कचरे को संसाधित
           करने और अकार्बनिक पोषक तत्वों को निकालने या बनाए रखने तथा सतह में प्रवेश करने
           से पहले तलहटी में ठहरे पदार्थों की मात्रा को कम करके पानी को शुद्ध करती हैं.

* निम्नलिखित में से कौनसा पक्षी नहीं है ?

(A) गोल्डन महासीर
 (B) इंडियन नाइटजार
(C) स्पूनबिल
(D) डाईट आइब्रिस
नोट्स-गोल्डन महसीर एक विलुप्तप्राय प्रजाति की मछली है, जो अधिकतर तालाब, नदियों, झीलों एवं
          हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाती है. इसकी अधिकतम लम्बाई 2.75 मीटर एवं वजन 54 किग्रा तक
          हो सकता है इसे भारतीय नदियों का टाइगर भी कहा जाता है इस मछली के निवास स्थान में
          कमी आने निवास के लिए स्थान उपलब्ध न होने के कारण 50 प्रतिशत से भी अधिक की कमी
          दर्ज की गई है भारतीय महसीर मछली अपनी प्रजाति की मछली से थोड़ी भिन्न है इसकी पूँछ
          श्रोणि और पंख सुनहरे रंग के होते हैं, जबकि नर मछली का ऊपरी भाग सुनहरे रंग का होता
          है.

* निम्नलिखित में कौनसे, नाइट्रोजन यौगिकीकरण पादप हैं ?

1. अल्फाल्फा
2. चौलाई (ऐमरंथ)
3. चना (चिक-पी)
4. तिपतिया घास (क्लोवर)
5. कुलफा (पर्सलेन)
6. पालक
नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(A) केवल 1, 3 और 4
(B) केवल 1,3,5 और 6
(C) केवल 2, 4, 5 और 6
(D) 1,2,4,5 और 6
नोट्स- नाइट्रोजन स्थिरीकरण में योगदान देने वाले पौधों में फलियाँ परिवार-फैबेसीशामिल है जैसे
            कि तिपतिया घास, सोयाबीन, अल्फाल्फा, ल्यूपिन, मूँगफली, और रूइबोस.

* निम्नलिखित स्थितियों में से किस एक में ‘जैवशैल प्रौद्योगिकी (बायोरॉक टेक्नोलॉजी) की बातें होती हैं ?

(A) क्षतिग्रस्त प्रवाल भित्तियों (कोरल रीफ्स) की बहाली
(B) पादप अवशिष्टों का प्रयोग कर भवन निर्माण सामग्री का विकास
(C) शेल गैस के अन्वेषण/निष्कर्षण के लिए क्षेत्रों की पहचान करना
(D) वनों / संरक्षित क्षेत्रों में जंगली पशुओं के लिए लवण-लेहिकाएं (साल्ट लिक्स) उपलब्ध कराना
नोट्स- प्रवाल भित्तियों को पुनर्स्थापित करने के लिए बायोरॉक या खनिज अभिवृद्धि तकनीक
            Accretion (Biorock Of Mineral Technology) का उपयोग किया जा रहा है.
            बायोरॉक, इस्पात सरचनाओं पर निर्मित समुद्री जल में विलेय खनिजों के विद्युत्
            संचय से बनने वाला पदार्थ है इन इस्पात संरचनाओं को समुद्र के तल पर उतारा जाता
           है और सौर पैनलों की सहायता से इनको ऊर्जा प्रदान की जाती है जो समुद्र की सतह पर
          तैरते रहते हैं. यह प्रौद्योगिकी पानी में “इलेक्ट्रोड के माध्यम से विद्युत् की एक छोटी मात्रा
          को प्रवाहित करने का काम करती है जब एक धनावेशित एनोड और ऋणावेशित कैथोड को
          समुद्र के तल पर रखकर उनके बीच विद्युत् प्रवाहित की जाती है तो कैल्सियम आयन और
          कार्बोनेट आयन आपस में संयोजन करते है. जिससे कैल्सियम कार्बोनेट का निर्माण होता है
          कोरल लार्वा कैल्सियम कार्बोनेट की उपस्थिति में तेजी से बढ़ते है.

* मियावाकी पद्धति किसके लिए विख्यात है ?

(A) शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में वाणिज्यिक कृषि का संवर्धन
(B) आनुवंशिकतः रूपांतरित पुष्पों का प्रयोग कर उद्यानों का विकास
(C) शहरी क्षेत्रों में लघु वनों का सृजन
(D) तटीय क्षेत्रों और समुद्री सतहों पर पवन ऊर्जा का संग्रहण
नोट्स- मियायाकी पद्धति के प्रणेता जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीरा मियायाकी (Akira Mayawiki)
           है इस पद्धति से बहुत कम समय में जंगलों को घने जंगलों में परिवर्तित किया जा सकता है इस
           योजना ने घरों के आगे अथवा पीछे खाली पद्धे स्थान (Backy Brds) को छोटे बागानों, बदलकर
           शहरी वनीकरण अवधारणा में क्रान्ति ला दी है. इस पद्धति में देशी प्रजाति के पौधे एक-दूसरे क
           समीप लगाए जाते हैं, जो कम स्थान घेरने के साथ ही अन्य पौधों की वृद्धि में भी सहायक होते हैं
           सघनता की वजह से की ये पौधे सूर्य की रोशनी की धरती पर आने से रोकते है जिससे धरती पर
          खरपतवार नहीं उग पाता है 3 वर्षों के पश्चात् इन पौधों को देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है.
          पौधे की वृद्धि, 10 गुना तेजी से होती है, जिसके परिणामस्वरूप वृक्षारोपण सामान्य स्थिति से 30
          गुना अधिक सचन होता है जंगलों को पारम्परिक विधि से उगने में लगभग 200 से 300 वर्षों का
           समय लगता है, जबकि मियाग्रकी पद्धति से उन्हें केवल 20 से 30 वर्षों में ही उगाया जा सकता है.

* भारत सरकार अधिनियम 1919 में प्रान्तीय सरकार के कार्य आरक्षित (रिज़र्ड) और ‘अंतरित (ट्रांसफर्ड) विषयों के अन्तर्गत बाँटे गए थे. निम्नलिखित में कौनसे ‘आरक्षित’ विषय माने गए थे ?

1. न्याय प्रशासन
2. स्थानीय स्वशासन
3. भू-राजस्व
4. पुलिस
नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(A) 1, 2 और 3
(B) 2, 3 और 4
(C) 1, 3 और 4 
(D) 1, 2 और 4
नोट्स- भारत शासन अधिनियम, 1919 में, विषयों को दो सूचियों में विभाजित किया गया था-‘आरक्षित’
           और ‘स्थानान्तरित आरक्षित सूची में शामिल विषयों का प्रशासन गवर्नर द्वारा नौकरशाहों की
            कार्यकारी परिषद् के माध्यम से किया जाना था इसमें कानून और व्यवस्था वित्त, भू-राजस्व सिंचाई
            आदि जैसे विषय शामिल थे. सभी महत्वपूर्ण विषय को प्रान्तीय कार्यकारिणी के आरक्षित विषयों में
            शामिल किया गया हस्तान्तरित विषयों को विधान परिषद् के निर्वाचित सदस्यों में से मनोनीत मन्त्रियों
            द्वारा प्रशासित किया जाना था इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्थानीय सरकार, उद्योग, कृषि उत्पाद शुल्क आदि
            विषय शामिल थे.

* मध्यकालीन भारत में शब्द फणम किसे निर्दिष्ट करता था ?

(A) पहनावा
(B) सिक्के
(C) आभूषण
(D) हथियार
नोट्स- तेरहवीं शताब्दी में फणम सिक्के प्रयुक्त किए जाते थे. कोचीन और कोझीकोड साम्राज्य में भी
           फणम सिक्के प्रचलन में थे तमिलनाडु, कर्नाटक तथा श्रीलंका में फणम सिक्के ही चलन में थे.

* निम्नलिखित स्वतन्त्रता सेनानियों पर विचार कीजिए-

1. बारीन्द्र कुमार घोष
2. जोगेश चन्द्र चटर्जी
3. रास बिहारी बोस
उपर्युक्त में से कौन गदर पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा था/ जुड़े थे ?
(A) 1 और 2
(B) केवल 2
(C) 1 और 3
(D) केवल 3 
नोट्स- बरिंद्र कुमार घोष – अनुशीलन समिति
           जोगेश चंद्र चटर्जी – अनुशीलन समिति
           रास बिहारी बोस – गदर पार्टी

* क्रिप्स मिशन के प्रस्तावों के सन्दर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. संविधान सभा में प्रान्तीय सविधानसभाओं और साथ ही भारतीय रियासतों द्वारा नामित सदस्य होंगे
2. नया संविधान स्वीकार करने के लिए, जो भी प्रान्त तैयार नहीं होगा, उसे यह अधिकार होगा कि
    अपनी भावी स्थिति के बारे में ब्रिटेन के साथ अलग संधि पर हस्ताक्षर करे उपर्युक्त कथनों में कौनसा
     सही है/है?
(A) केवल 1
(B) केवल 2
(C) 1 और 2 दोनों
(D) न तो 1, न हीं 2
नोट्स- क्रिप्स प्रस्ताव (1942) द्वारा प्रांतों की विधान सभाओं द्वारा संविधान सभा के लिए प्रतिनिधियों का
           चुनाव किया जाना था.

* भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में निम्नलिखित मूलगथों पर विचार कीजिए- 

1. नैतिपकरण
2. परिशिष्टपर्वन
3. अवदानशतक
4. त्रिशष्टिलक्षण महापुराण
उपर्युक्त में कौनसे जैन ग्रन्थ हैं ?
(A) 1, 2 और 3
(B) केवल 2 और 4
(C) 1, 3 और 4
(D) 2, 3 और 4
नोट्स- बौद्ध साहित्य का प्रख्यात ग्रंथ ‘अवदानशतक है, जो दस वर्गों में विभक्त है तथा प्रत्येक वर्ग में
           दस-दस कथाएं हैं इन कथाओं का रूप थेरवादी (हौनयानी) है महायान धर्म के विशिष्ट लक्षणों
           का यहाँ विशेष अभाव दृष्टिगोचर होता है नेट्टिपकारा थेरवाद बौद्ध धर्म सम्बन्धित एक पौराणिक
           बौद्ध ग्रंथ है.

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