Upsc gk notes in hindi-42
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प्रश्न. “एक कल्याणकारी राज्य की नैतिक अनिवार्यता के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य संरचना धारणीय विकास की एक आवश्यक पूर्व शर्त है.” विश्लेषण कीजिए. (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
उत्तर- राज्य का कार्य व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित एवं अच्छा बनाना है और इसका उद्देश्य जीवन
को और अच्छे से अच्छा बनाना है कल्याणकारी राज्य का सिद्धान्त भी इसी विचारधारा पर
कार्य करता है. राज्य के अन्तर्गत सभी नागरिकों को रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा,
रोजगार, मनोरंजन, स्वस्थ एवं स्वच्छ वातावरण, स्वच्छ जल आदि की समुचित आपूर्ति करना
कल्याणकारी राज्य के अनिवार्य कार्य हैं समाज के दुर्बल वर्ग, असहाय, अकेले बुजुर्गों, महिलाओं
एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की उचित देखभाल करना भी राज्य का कार्य है. राज्य द्वारा सभी
व्यक्तियों की देखभाल करने जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को व्यक्तियों तक समय पर
पहुंचाने के लिए समुचित प्राथमिक आधारभूत संरचना की आवश्यकता होती है. इसी प्रकार स्वास्थ्य
एवं चिकित्सा सुविधाएं सभी तक पहुंचाने के लिए एक चुस्त-दुरुस्त प्राथमिक स्वास्थ्य संरचना का होना
भी अनिवार्य है
प्रश्न. “व्यावसायिक शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण को सार्थक बनाने के लिए ‘सीखते हुए कमाना (अनं काइल यू लर्न) की योजना को सशक्त करने की आवश्य कता है टिप्पणी कीजिए. (उत्तर 150 शब्दों में बीजिए)
उत्तर- भारत सरकार ने राष्ट्र के बेरोजगार युवकों को रोजगार उन्मुख व्यावसायिक प्रारम्भ की.
जिससे वे नवयुवक कुशल व्यावसायिक प्रशिक्षण के बाद स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर
सकते हैं तथा नौकरी भी कर सकते हैं लेकिन इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए
सरकार ने अन इयूल योजना प्रारम्भ की जिसके अन्तर्गत 18 से 25 वर्ष के शिक्षार्थी पार्टटाइम
जॉब कर सकते है तथा घण्टे के हिसाब से भुगतान प्राप्त कर सकते है अनेक राज्य सरकारों को
शिक्षण संस्थाओं ने इस योजना को लागू किया गया, जिससे विद्यार्थियों को आर्थिक लाभ हुआ और
प्रशिक्षण पूरा करने में सुविधा हुई भारत जैसा सभी योजनाओं के साथ होता है कि प्रारम्भ में सभी
योजनाएं जोश से चलती है और फिर धीरे-धीरे शांत हो जाती है, वैसा ही इनके साथ भी हुआ इस
योजना को सशक्त बनाने की आवश्यकता है.
प्रश्न. क्या लैंगिक असमानता, गरीबी और कुपोषण के दुश्चक्र को महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सूक्ष्म वित्त (माइक्रोफाइनेन्स) प्रदान करके तोड़ा जा सकता है ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए. (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
उत्तर- स्वयं सहायता समूह वे होते हैं, जो समाज के किसी वर्ग विशेष के व्यक्तियों द्वारा बनाए जाते
हैं, जिसमें उस समूह का उद्देश्य विशेष रूप से व्यावसायिक कार्य को अपनी ही परस्पर सहायता
से प्राप्त करने का प्रयास करते हैं महिलाओं में जमीनी स्तर पर इस प्रकार की अनेक संख्याएं भारत
वर्ष में कार्य कर रही हैं. महाराष्ट्र आदि राज्यों में स्थानीय सामानों का उत्पादन एवं विपणन किया जाता
है इन स्वयं सहायता समूहों को धन की कमी रहती है, यदि इन समूहों को कम दरों पर धन की व्यवस्था
हो जाए तो ये लघु बचत बैंकों की तरह कार्य करने लगते हैं गरीब महिलाओं में लैंगिक असमानता, गरीबी,
कुपोषण आदि का दुश्चक्र चलता ही रहता है, जिसे समाप्त करने में स्वयं सहायता समूह महत्वपूर्ण भूमिका
निभा सकते हैं यदि स्वयं सहायता समूहों को माइक्रोफाइनेंस प्रदान कर सशक्त बना दिया जाए तो महिलाओं
की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार हो जाएगा.
प्रश्न. “यदि विगत कुछ दशक एशिया के विकास की कहानी के रहे, तो परवर्ती कुछ दशक अफ्रीका के हो सकते है.” इस कथन के आलोक में हाल के वर्षों में अफ्रीका में भारत के प्रभाव का परीक्षण कीजिए. (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
उत्तर-द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् अफ्रीका और एशिया के राष्ट्रों ने यूरोप के उपनिवेशवाद से स्वतंत्रता
प्राप्त की और एक नए भविष्य की ओर आशा भरी नजरों से देखा सभी राष्ट्रों में आधारिक संरचना,
चिकित्सा शिक्षा, तकनीकी ज्ञान को पूरा करने के साथ-साथ आर्थिक विकास को गति प्रदान करने
की रणनीति पर भी कार्य प्रारम्भ हुआ इस समस्त विकास प्रक्रिया में एशिया और अफ्रीका के देशों
को पुनः विकसित राष्ट्रों-यूरोप अमरीका एवं सोवियत संघ की सहायता लेकर आगे बढ़ा जा सकता
था एशिया के देश इस मामले में अफ्रीकी देशों से विकास की गति में आगे बने रहे जिससे अफ्रीकी
देशों में विकास की प्रक्रिया प्रारम्भ तो हुई, लेकिन गति अत्यधिक धीमी रही. इसीलिए यह कहा गया
कि कुछ दशक एशिया के विकास के रहें, तो अब इसके बाद के दशक अफ्रीका के विकास के हो
सकते हैं भारत का अफ्रीकी राष्ट्रों के साथ प्रारम्भ से ही मधुर सम्बन्ध रहे हैं तथा अनेक अफ्रीकी राष्ट्रों
ने जैसे मिस्र आदि ने गुट निरपेक्ष आन्दोलन में भारत का साथ दिया है भारत भी अफ्रीका के विकास के
लिए प्रयासरत है भारत ने अप्रैल 2008 में इंडिया-अफ्रीका सम्मिट, नई दिल्ली दक्षिणदक्षिण सहयोग
के लिए पहली बार बेसिक फ्रेम तैयार किया भारत ने अफ्रीका के अधिकांश देशों में अपने दूतावास
खोले हैं:भारत ने कोविड-19 महामारी में 25 अफ्रीकन राष्ट्रों को मेडिकल सहायता, वैक्सीन आदिप्रदान
की है.
प्रश्न. “संयुक्त राज्य अमरीका, चीन के रूप में एक ऐसे अस्तित्व के खतरे का सामना कर रहा है, जो तत्कालीन सोवियत संघ की तुलना में कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण है.” विवेचना कीजिए.(उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
उत्तर-द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् विश्व में दो प्रमुख विचारधाराएं पूँजीवाद और साम्यवाद दो प्रमुख
राष्ट्र क्रमश: अमरीका और सोवियत यूनियन विश्व के अधिकांश राष्ट्र या तो पूँजीवादी अमरीका
के साथ / जुड़ गए या फिर साम्यवादी सोवियत यूनियन के साथ जुड़ गए परिणामस्वरूप विश्व
दो प्रतिद्वन्द्वी ध्रुवों में बँट गया एक सोवियत यूनियन का और दूसरा अमरीका का दोनों शीर्ष नेतृत्व
राष्ट्रों अमरीका एवं सोव्रियत/ यूनियन में परस्पर राजनीति, आर्थिक एवं प्रभावशीलता की प्रतिस्पर्द्धा
चलाती रही जिसे शीत युद्ध का नाम दिया गया, क्योंकि, इस प्रतिस्पर्द्धा में वास्तविक युद्ध नहीं हुआ.
अमरीका के समक्ष उस समय केवल एक चुनौती थी सोवियत यूनियन 1990 के दशक में सोवियत
यूनियन अपनी अंदरूनी कमजोरियों से विघटित हो गया, जिससे सोवियत यूनियन की अमरीका के
लिए चुनौती समाप्त हो गई, लेकिन अमरीका के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा चीन चीन ने
अपनी आंतरिक ट्रेड नीति को संशोधित किया तथा धीरे-धीरे विश्व की एक प्रमुख अर्थव्यवस्था के
रूप में स्वयं को स्थापित किया अमरीका के समक्ष एक ट्रेड जॉइंट की तरह खड़ा होने वाला चीन
पिछले दशक में अमरीका के लिए ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए भू राजनैतिक चुनौती बनकर
सामने खड़ा है अमरीका की गिरती अर्थव्यवस्था एवं सशक्त होता चीन अमरीका के लिए गम्भीर
चुनौती है.
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