Ancient History Notes in Hindi

Ancient History Notes in Hindi

                              Ancient History Notes in Hindi

                                ऋग्वेदिक कालीन आर्थिक जीवन

* ऋग्वेदिक काल में आर्थिक जीवन का मुख्य आधार पशुपालन एवं कृषि था.

* ऋग्वेदिक काल में आर्यों का मुख्य पेशा पशुपालन था, क्योंकि ऋग्वेद में कृषि की अपेक्षा पशुपालन के संबंध में अधिक मंत्र आए हैं.

* ऋग्वेद में गाय का अधिक महत्व था.

* ऋग्वेद के कुछ सूक्तो में गाय को देवी माना गया है, इसके अतिरिक्त आर्य घोड़ा, बकरी,भेड़ आदि पशुओं को पालते थे.

* ऋग्वेदिक काल में कृषि एवं उससे संबंधित यंत्रों का भी उल्लेख मिलता है.

* कृषि योग्य भूमि को उर्वरा या क्षेत्र कहा जाता था.

* ऋग्वेद में हल के लिए अर या लांगल शब्द का प्रयोग किया गया है.

* ऋग्वेदिक काल में गोबर की खाद को करीष कहा जाता था.

* ऋग्वेदिक आर्य मुख्यत: जौ की खेती करते थे, जौ उनके लिए महत्वपूर्ण फसल था.

* इनके अतिरिक्त वे गेहूं एवं चावल (बृही) की भी खेती करते थे.

                          ऋग्वेदिक व्यापार

* व्यापार एवं वाणिज्य ऋग्वेदिक काल में व्यापारियों को पनी कहा जाता था.

* व्यापार वस्तु विनिमय प्रणाली के आधार पर होता था.

* ऋग्वेदिक काल में विनिमय के माध्यम के रूप में गाय का प्रयोग होता था.

* ऋग्वेद के कुछ मंत्रों में विनिमय के माध्यम के रूप में निष्क का उल्लेख हुआ है.

* अर्थात निष्क भारत की प्राचीनतम मुद्रा थी.

* लेकिन कुछ विद्वान इससे सहमत नहीं है.

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