Modern History Notes in Hindi

Modern History Notes in Hindi

                          Modern History Notes in Hindi

                                        आर्य समाज

* दयानंद सरस्वती का जन्म 1824 ई. में गुजरात के मौरबी रियासत में एक ब्राह्मण कुल में हुआ था.

* दयानंद सरस्वती का मूल नाम- मूल शंकर था.

* 1860 ई. में मथुरा पहुंचे और स्वामी विर्जानंद से वेदों एवं धर्म शास्त्रों की शिक्षा ग्रहण की.

* 1863 ई. में दयानंद सरस्वती ने झूठे धर्मों के खंडन के लिए पाखंड खंडनी पताखा लहराये.

* 1875 ई. में दयानंद सरस्वती ने मुंबई में आर्य समाज की स्थापना की.

* तथा 1877 ई. में लाहौर में आर्य समाज की स्थापना की गई.

* दयानंद सरस्वती के अनुसार “मानव अपने भाग्य का खिलौना नहीं, अपितु अपने भाग्य का निर्माता है”.

* दयानंद सरस्वती ने पुन: “वेदों की ओर लौटो” तथा “भारत भारतीयों के लिए” का नारा दिया.

* दयानंद सरस्वती ने अपने विचारों को सत्यार्थ प्रकाश (हिंदी) नामक पुस्तक में अभिव्यक्त किया.

* 1886 ई. में उनके नाम पर लाला हंसराज द्वारा दयानंद एंग्लो वैदिक (DAV) स्कूलों की स्थापना की गई.

* तथा 1902 ई. में स्वामी श्रद्धानंद जी ने हरिद्वार में गुरुकुल कांगड़ी की स्थापना की, जहां वैदिक शिक्षा संस्कृत में दी जाती थी.

* इस्लाम धर्म स्वीकार करने वाले हिंदुओं को फिर से हिंदू बनाने के लिए दयानंद सरस्वती ने शुद्धि आंदोलन चलाया.

* स्वामी दयानंद सरस्वती का मानना था कि- “बुरे से बुरा देसी राज्य,अच्छे से अच्छे विदेशी राज्य से अच्छा होता है”.

* वैलेंटाइन शिरोल या चीरोल ने आर्य समाज को “भारतीय अशांति का जनक कहा”.

* लाला हंसराज, पंडित गुरुदत्त, लाला लाजपत राय तथा स्वामी श्रद्धानंद जी, दयानंद सरस्वती के विशिष्ट कार्यकर्ता के रूप में उभरे.

* 1883 ई. में दयानंद सरस्वती का निधन/मृत्यु हो गई.

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